‘कुमांऊ के विभिन्न जनपदों में चार दिनों तक चलेगा विशेष अभियान’:निदेशक डॉ. संजय सिंह


ज्योलीकोट: [नैनीताल] ‘सराहनीय पहल’ ‘नैंसी कॉलेज ऑफ नर्सिंग’ का स्वास्थ्य जागरूकता अभियान 4 मार्च से!✍️ Ashok Gulati editor in chief एक्सक्लूसिव :> लाइव ज्योलीकोट स्थित कुमाऊं का एकमात्र महिला आवासीय नैंसी कॉलेज ऑफ नर्सिंग की ओर से 4 मार्च से 8 मार्च तक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा।.कार्यक्रमकीजानकारीदेतेहुएचेयरपर्सनश्रीमतीमंजूसिंह, निदेशक डॉ.संजयकुमारसिंहऔरप्राचार्याअल्फोंसामैथ्यूनेबतायाकिइसपहलकेमाध्यमसेस्थानीयलोगोंकोस्वास्थ्यसंबंधीमहत्वपूर्णजानकारियाँदीजाएंगी, जिससेवेविभिन्नबीमारियोंसेबचावकरसकेंऔरस्वस्थजीवनशैलीअपनासकें।
नैंसीकॉलेजऑफनर्सिंगकुमाऊंकापहलापूर्णतःआवासीयनर्सिंगकॉलेजहै, जोकेवलबालिकाओंकेलिएहै।यहाँएमएससीनर्सिंग, बीएससीनर्सिंग, जीएनएमऔरपोस्टबेसिकबीएससीनर्सिंगकीकक्षाएँसंचालितहोतीहैं।कॉलेजपिछले 17 वर्षोंसेसमय-समयपरइसप्रकारकेस्वास्थ्यजागरूकताअभियानआयोजितकरताआरहाहै,…

समरणीय है कि नैंसी कालेज ऑफ नर्सिंग सामाजिक कार्याे में भी अग्रणी रहा है। शिक्षण संस्थान की ओर से स्वास्थ्य जागरूकता अभियान और नशे के विरुद्ध समय-समय पर विभिन्न कार्यक्रम चलाए जाते हैं । इसी के तहत 4 मार्च से 8 मार्च तक कॉलेज प्रशासन द्वारा कुमाऊं के सभी जनपदों में स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें लोगों के स्वास्थ जांच की जाएंगी साथ ही नशे के प्रति भी लोगो को जागरूक किया जाएगा। जिसमे कॉलेज की 250 छात्राएँ और 14 शिक्षिकाएं दस समूहों में विभाजित होकर कुमाऊं के विभिन्न जिलों में रहकर चार दिनों तक पोस्टर, नारे और नाटकों के माध्यम से स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्रदान करेंगी।
इस अभियान के दौरान नर्सिंग शिक्षक भी शुगर टेस्ट,ग्लूकोमीटर,बीपी टेस्ट, वजन मापन आदि करेंगे और स्वस्थ जीवन शैली के लिए आवश्यक सुझाव देते हुए सूचनात्मक पर्चियां भी वितरित करेंगे। इस पूरे अभियान में सभी शिक्षिकाएं और छात्राएँ सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं। निदेशक डॉ. संजय सिंह ने बताया कि इस पहल के माध्यम से स्थानीय लोगों को स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी जाएंगी, जिससे वे विभिन्न बीमारियों से बचाव कर सके और स्वस्थ जीवन शैली अपना सकें।यह कार्यक्रम नैंसी कॉलेज ऑफ नर्सिंग की सामाजिक सेवा और स्वास्थ्य शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है और समुदाय में स्वास्थ्य जागरुकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।