


टनकपुर : भारत सरकार के डिजिटल इंडिया अभियान के तहत टनकपुर में आयोजित नेशनल वाइड डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट कैंपेन 4.0 बुजुर्ग पेंशनभोगियों के लिए एक सराहनीय पहल साबित हो रहा है। यह अभियान न केवल तकनीकी दृष्टि से एक बड़ी सफलता है, बल्कि मानवीय संवेदनाओं का भी अद्भुत उदाहरण है, जहाँ डिजिटल सेवाओं के माध्यम से हमारे बुजुर्गों के जीवन को सहज और सम्मानजनक बनाया जा रहा है।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य बुजुर्ग पेंशनधारकों को उनके जीवन प्रमाण पत्र के लिए बैंक या सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने से मुक्ति दिलाना है। अब वे अपने घर के पास ही सरल, डिजिटल प्रक्रिया के माध्यम से जीवन प्रमाण पत्र (Life Certificate) जमा कर सकते हैं। यह सुविधा न केवल उनके समय की बचत करती है, बल्कि उम्रजनित कठिनाइयों को देखते हुए उनके लिए बड़ी राहत लेकर आई है।…

यह आयोजन जनसहयोग और प्रशासनिक प्रयासों का उत्कृष्ट उदाहरण बन गया है। स्थानीय अधिकारी, स्वयंसेवी संस्थाएँ और तकनीकी सहयोगी मिलकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हर बुजुर्ग तक यह सुविधा पहुँचे — चाहे वह किसी भी गाँव या मोहल्ले में क्यों न रहता हो।
यह कदम “डिजिटल इंडिया – सबका साथ, सबका विकास” की सच्ची भावना को दर्शाता है। तकनीक के इस युग में सरकार का यह प्रयास यह सिद्ध करता है
कि प्रगति केवल मशीनों तक सीमित नहीं, बल्कि मानवीय संवेदनाओं से जुड़ी है।
टनकपुर के नागरिकों ने भी इस पहल की खूब सराहना की। उनका कहना है कि यह अभियान बुजुर्गों के लिए “डिजिटल सम्मान” की दिशा में एक मील का पत्थर है।
इस अवसर पर सहायक नियंत्रक सुनील पांडे, पंकज कुमार, सुंदर कनवाल, अजय सिंह, मौजूद रहे!