रुद्रपुर: मालसा दोहरा हत्याकांड; हत्यारे नहीं पकड़े जाने पर सिख संगत में उबाल?

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रूद्रपुर। रुद्रपुर कार्यालय विगत दिनों थाना रुद्रपुर क्षेत्र के अंतर्गत स्थित ग्राम मलसी के दो सगे भाईयों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जिससे स्थानीय जनता द्वारा इस घटना पर कड़ा आक्रोश जाहिर करते हुये अंतिम संस्कार से पूर्व आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की गई थी। इस मांग पर पुलिस एवं प्रशासन में हड़कम्प मच गया और पुलिस व प्रशासन द्वारा पीड़ितों को न्याय दिलाने का विश्वास दिलाया था जिसके बाद मृतकों के अंतिम संस्कार ही सका था लेकिन पुलिस द्वारा एक आरोपी की ही गिरफ्तारी की जा सकी है।

इस हत्या कांड के विरोध में शुक्रवार को रुद्रपुर में आवास विकास गुरूद्वारा परिसर में सिख संगत के आहवान पर बैठक आयोजित की गई। बैठक में गोली काण्ड के अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार करने और मृतकों के परिजनों को पचास-पचास लाख मुआवजे की पुरजोर मांग की गयी।

ग्राम मलसी में मंगलवार को खेत के मेड़ के विवाद में किसान गुरकीर्तन सिंह और गुरपेज की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। हत्या काण्ड से सिख समाज और किसानों में भारी आक्रोश है। मामले में सिख संगत ने हत्याकाण्ड के दूसरे दिन अधिकारियों का घेराव करते हुए सभी आरोपियों की गिरफ्तारी और मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की थी और 18जून तक मांग पूरी नहीं होने पर पंचायत बुलाने का ऐलान किया था।
जिसके तहत आज जिले भर से सिख समुदाय के लोग आवास विकास गुरूद्वारा में एकत्र हुए।

बैठक में सिख संगत ने मलसी में जमीनी विवाद में हुए गोलीकाण्ड में मारे गये किसान गुरकीर्तन सिंह और उसके छोटे भाई गुरपेज सिंह के साथ ही सितारगंज किसान सुखचैन सिंह की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए अरदास की।

सिख संगत ने मलसी गोली काण्ड के मामले में तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद सिर्फ मुख्य आरोपी को ही जेल भेजने पर आक्रोश व्यक्त किया और रिपोर्ट में नामजद अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार कर जेल भेजने तथा दिवंगत किसानों के परिजनों को 50-50 लाख मुआवजे की पुरजोर मांग की।

वक्ताओं ने कहा कि दिनदहाड़े किसानों की गोली मारकर हत्या करने का मामला संगीन है। इस घटना ने कानून व्यवस्था की भी पोल खोल दी है। वक्ताओं ने कहा कि इस दोहरे हत्या काण्ड से मृतक किसानों के परिवार के सामने संकट खड़ा हो गया है। किसानों की हत्या की घटना से किसानों में भय का माहौल है।

वक्ताओं ने तीन आरोपियों को पकड़ने के बाद मात्र मुख्य आरोपी को ही जेल भेजने और अन्य को जेल नहीं भेजने को लेकर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाये। साथ ही सभी आरोपियों को जेल नहीं भेजने और मृतकों के परिजनों को मुआवजा नहीं मिलने पर जिले भर में आंदोलन की चेतावनी दी।

एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने स्वयं गुरूद्वारा साहिब पहुंचकर सिख संगत से वार्ता की। उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि हत्याकाण्ड में जो भी दोषी हैं उन्हें जल्द गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डाला जायेगा। उन्होने कहा कि हत्या काण्ड का कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा। एसएसपी के आश्वासन के बाद सिख संगत ने धरना प्रदर्शन को स्थगित कर दिया।

हत्याकाण्ड के सभी दोषियों पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो व्यापक आंदोलन शुरू किया जाएगा। सिख संगत की सभा को देखते हुए आज पुलिस महकमा सतर्क रहा। भारी फोर्स के साथ ही खूफिया विभाग की अलर्ट नजर आया।

सभा में यूपी के मंत्री बलदेव सिंह औलख, बाबा अनूप सिंह, तरसेम सिंह, हरभजन सिंह विर्क, सुखदेव सिंह नामधारी, राम सिंह बेदी,तजिंदर सिंह विर्क, जगतार सिंह बाजवा, सुमित्तर भुल्लर, संदीप चीमा, गुरमीत सिंह, त्रिलोचन सिंह, गुरबाज सिंह, विक्रमजत सिंह, साहब सिंह, अवतार सिंह, कुलविंदर सिंह, बलवीर सिंह, बलविंदर सिंह आदि सहित बड़ी संख्या में सिख संगत मौजूद थी।

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