श्री बद्रीनाथ के कपाट आज प्रातः 4:15 पर पूर्व निर्धारित शुभ मुहूर्त और लग्न के अनुसार ब्रह्म बेला में विधि विधान के साथ वेद मंत्रोच्चार के बीच खोल दिए गए हैं!

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भुवन चंद्र उनियाल धर्माधिकारी बद्रीनाथ धाम
आशुतोष डिमरी डिमरी समाज के अध्यक्ष

चमोली विशेष संवाददाता

भू बैकुंठ श्री बद्रीनाथ के कपाट आज प्रातः 4:15 पर पूर्व निर्धारित शुभ मुहूर्त और लग्न के अनुसार ब्रह्म बेला में विधि विधान के साथ वेद मंत्रोच्चार के बीच खोल दिए गए हैं। कपाट खुलने के साथ ही भगवान बद्री विशाल के उत्सव विग्रह उद्धव जी,कुबेर जी, को भगवान बद्री विशाल के गर्भ गृह में स्थापित कर दिया गया है। इससे पूर्व भगवान बद्री विशाल के गर्भ गृह में शीतकाल के दौरान जगत कल्याण के लिए तपस्थ श्री हरि विष्णु के साथ महालक्ष्मी को बाहर लाकर महालक्ष्मी मंदिर में स्थापित कर विधिवत पूजा-अर्चना प्रारंभ कर दी गई है। भगवान का तेल कलश भी भगवान के गर्भ गृह में स्थापित कर दिया गया है। इसी तेल कलश में भरे हुए तिल के तेल से छह माह यात्रा काल के दौरान भगवान का अभिषेक होगा। मंदिर में पूजा अर्चना मुख्य पुजारी रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी व डिमरी पुजारियों द्वारा की गई। कपाट खुलने के साथ ही बद्रीनाथ के अन्य सभी पूजा विग्रहों व मंदिरों में भगवान की पूजा प्रारंभ कर दी गई है।

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