बिग ब्रेकिंग देहरादून: “आखिर भाजपा हाईकमान खामोश क्यों है”? मंत्री-विधायक के सरकार पर हमले से भाजपा असहज!! सर्वप्रथम यशपाल आर्य ने बाहर जाकर निकाली अपनी भड़ास,अब हरक अंदर से ही सरकार को बता रहे नकारा,विधायक फर्त्याल भी कर रहे सरकार पर जमकर हमला; “मोनी बाबा” रहकर सरकार की क्यों फजीहत झेल रही भाजपा????

खबर शेयर करें -

देहरादून विशेष संवाददाता भाजपा खामोश क्यों है यह हर व्यक्ति के मन में प्रशन उतर रहा है मंत्री-विधायक के सरकार पर हमले से भाजपा असहजपहले यशपाल ने बाहर जाकर थी निकाली भड़ासअब हरक अंदर से ही सरकार को बता रहे नकाराविधायक फर्त्याल भी कर रहे सरकार पर हमलामौन रहकर सरकार की फजीहत झेल रही भाजपा? काबीना मंत्री हरक सिंह रावत और विधायक पूरन सिंह फर्त्याल अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। सियासी गलियारों में चर्चा है कि ये दोनों भी य़शपाल आर्य की राह पर हैं। ऐसे में भाजपा असहज है और कुछ कर नहीं पा रही है। ।प्रचंड बहुमत वाली भाजपा सरकार को इस समय अजब हालात से दो-चार होना पड़ रहा है। इसी सरकार के अंग और काबीना मंत्री हरक सिंह रावत कह रहे हैं कि वे बहुत विकास करना चाहते थे। लेकिन सरकार और भाजपा ने कुछ करने ही नहीं दिया। हरक यहीं नहीं रुके, वे कहते हैं कि उनका ये साढ़े चार साल का कार्यकाल सबसे निराशाजनक रहा है। जाहिर है कि हरक सिंह रावत अपनी ही सरकार को घेर रहे हैं।इसी तरह से भाजपा विधायक पूरन सिंह फर्त्याल भी आपदा में कुछ काम होने का आरोप सरकार पर लगा रहे हैं। उन्होंने तो सीएम की मौजूदगी में ही आपदा प्रबंधन मंत्री धन सिंह रावत को सार्वजनिक तौर पर जमकर खरी-खोटी सुनाई हैं।इससे पहले इसी सरकार में काबीना मंत्री य़शपाल आर्य को भी साढ़े चार साल सत्ता में रहने के बाद पता चला कि उन्हें काम करने ही नहीं दिया गया। आर्य ने तो यहां तक कह दिया कि कांग्रेस के मजबूत होने से ही लोकतंत्र मजबूत होगा। इतनी बात कहकर उन्होंने भाजपा और मंत्री पद छोड़ दिया था।सियासी गलियारों में चर्चा है कि काबीना मंत्री हरक सिंह रावत और पूरन सिंह फर्त्याल भाजपा छोड़ने की तैयारी में हैं। यही वजह है कि वे अपनी ही सरकार पर तोहमत मढ़ रहे हैं। अहम बात यह भी है कि अनुशासन की दंभ भरने वाली भाजपा इस तरह की हरकतों पर मौन हैं। किसी को न नोटिस जा रहे हैं औऱ न कोई बात हो रही है। दूसरी ओर पूर्व विधानसभा कांग्रेस के नेता गोविंद सिंह कुंजवाल का दावा स्टिक बैठा है आधा दर्जन से अधिक भाजपा के विधायक उनके संपर्क में हैं राजनीतिक चर्चा के मुताबिक जिस तरह हरक सिंह रावत होगा हरीश रावत की नजदीकियां बढ़ती जा रही है यहां आने वाले समय में निसंदेह गुल खिलाएंगे वहीं भाजपा हाईकमान की खामोशी भी कार्यकर्ताओं के समझ में नहीं आ रहा है आखिर इन बड़बोले नेताओं पर नोटिस जारी क्यों नहीं हो रहा है जबकि छोटे-छोटे मामले में कारण बताओ नोटिस जारी हो जाता था बरहाल जैसे-जैसे चुनाव निकट आ रहा है वैसे वैसे नेताओं के तेवर भी बदल रहे हैं अब समय ही बताएगा कितने बागी नेता वापस घर पर लौट के आते हैं और कितने दूसरे पाली पाली दूसरे पाली पाली में पाले में में जाते हैं जनता बहुत बारीकी से नजरें गड़ाए बैठी है ??

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad