ज्यूलिकोट नैनीताल विशेष संवाददाता लाइफ लाइन कहलाने वाले इस मार्ग में उत्तराखंड में नैनीताल स्थित वीरभटी मोटर पुल के समीप मलुवे में कार और ट्रक दब गए हैं। यहां कुछ संकय पहले भी मलुवा गिर था जिसे हटा लिया गया था । अब इस मार्ग को सभी तरह के वाहनों के लिए बंद कर दिया गया है ।
नैनीताल जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग एक्सटेंशन के ज्यूलिकोट से ग्वालदम/कर्णप्रयाग की तरफ को शुरू होते ही वीरभटी में आए दिन भूस्खलन जैसे हादसे होते रहते हैं। कुछ वर्ष पूर्व पुल पर गैस सिलेंडरों से भरे ट्रक में आग लगने की घटना वापी स्थान के निकट भूस्खलन हुआ है । बीते 24 घंटों से अधिक समय से हो रही बर्सक़तक़ में भारी भूस्खलन हो गया जिसमें एक वैगन आर और एक ट्रक फंस गए । मलुवा गीला होने के कारण दोनों वाहनों के चक्के जाम हो गए और चालकों को भागकर जान बचानी पड़ी ।
इससे पहले भी 20 अगस्त को यहां भूस्खलन से मार्ग बंद हो गया था, जिसके बाद चार दिनों में खुला मार्ग चंद घंटों में दोबारा बन्द हो गया था । इस मार्ग से कुमाऊं के मैदानी क्षेत्रों को पहाड़ से जोड़ा जाता है ।नैनीताल: पहाड़ों पर पिछले 24 घंटे से लगातार बरसात हो रही है मौसम विभाग के चेतावनी के बाद जगह-जगह भारी बरसात के साथ-साथ पहाड़ों पर मलबा सड़कों पर आ रहे हैं । जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने लोगों को बेवजह पहाड़ों की ओर नहीं जाने के निर्देश भी जारी किए हैं उसके बावजूद भी लोग जान जोखिम में डालकर पहाड़ों पर सैर सपाटा कर रहे हैं। सोमवार सुबह नैनीताल जनपद के वीर भट्टी के पास भारी मात्रा में मलबा आ जाने से जहांमलबा आने से कई जगह पर रास्ते बंद हो गए हैं वही वीर भट्टी पर भारी मलबा आने से एक कार और टिप्पर ट्रक मलबे की चपेट में आ गए हैं जिसे जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की टीम निकालने में जुटी हुई है। पीडब्ल्यूडी विभाग की टीम मलवा हटाने में लगी हुई है बरसात के चलते मलवा हटाने में काफी कठिनाई हो रही है। फिलहाल किसी तरह की जान माल का नुकसान नहीं हुआ है। जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि बेवजह पहाड़ों की ओर ना निकले। गौरतलब है कि शासन ने नागरिकों से अपील की है कि अनावश्यक यात्रा न करें और जहां पर हैं वहीं रुक जाएं सरकार ने उनके लिए खाने पीने की व्यवस्था कर रखी है इसके लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं समाचार लिखे जाने तक क्षेत्र में भारी बरसात जारी थी कहीं से भी जानवर का समाचार प्राप्त नहीं हुआ हैl