नैनीताल (नैनीताल कार्यालय) विश्व विख्यात पर्यटन नगरी मां नन्दा की नगरी नैनीताल में आज हर्षोल्लास के बीच माँ नन्दा-सुनन्दा को भावभीनी विदाई दी गई।
चार दिनों तक चले धार्मिक अनुष्ठानों के बीच आज माँ की विदाई पर सभी श्रद्धालु भावुक नजर आये सभी ने माँ से विश्व कल्याण की कामना की साँथ ही कोरोना से मानव मात्र की रक्षा के लिये प्रार्थना की। मां तुम जल्दी फिर आना!
स्मरणीय है कि समूचे उत्तराखंड में माँ नन्दा-सुनन्दा कुलदेवी के रुप में पूजी जाती हैं शक्तिस्वरूपा माँ को यहाँ बेटी के रुप में भी पूजा जाता है।
माँ की विदाई वैसे ही की जाती है जैसे बेटी को डोली में बिठाकर विदा किया जाता है आज सुबह से माँ के दर्शनों को श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा रहा।
इस वर्ष कोरोना की वजह से माँ के डोले का नगर भ्रमण नहीं हुआ और नयना देवी मंदिर में ही परिक्रमा के बाद माँ के डोले को नैनी सरोवर में विसर्जित कर कैलाश के लिये विदा किया गया इस उम्मीद व आमंत्रण के साँथ कि अगले वर्ष फिर माँ भक्तों को दर्शन देंगी इस बीच पूरी फिजा माँ के जयकारों से गुंजायमान रही और हर कोई माँ की एक झलक पाने को लालायित दिखा। पूरी नगरी जयकारों से गूंजती रही नम आंखों से मां की विदाई की गईl