उधम सिंह नगर विशेष संवाददाता जिला मुख्यालय रुद्रपुर में जिला कांग्रेस कार्यालय मे कई महीनों तक सन्नाटे के बाद चहल पहल और सरगर्मी तेज हो गई है लग रहा है मानो सत्ता पुनः लौट आई हो कई महीनों तक छाई खामोशी एकाएक हलचल व नेताओं मैं सरगर्मी बढ़ गई है इसका मुख्य कारण हिमांशु गावा को कार्यकारी जिला अध्यक्ष बनाए जाने के बाद कार्यकर्ताओं में एकाएक संजीवनी जैसे मिल गई हो अब जिला उधम सिंह नगर कार्यालय में मानो दिवाली का जश्न है गौरतलब है गावा परिवार क्षेत्र में सबसे पुराना कांग्रेसी परिवार है पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय एनडी तिवारी लेकर बड़े नेता गाबा आवास पर आते थे और यहां पर जिला कांग्रेस मुख्यालय कार्यालय बना हुआ था यहां कार्यकर्ताओं को सम्मान के साथ भोजन से लेकर सभी सुविधाएं उपलब्ध की जाती थी गौरतलब है कि हिमांशु ढाबा महानगर के अध्यक्ष से उनके अध्यक्ष के दौरान कई सराहनीय कार्य किए परंतु एकाएक उनको हटाकर श्री तनेजा को महानगर का अध्यक्ष बना दिया गया उन्हें प्रदेश का कांग्रेसका महामंत्री बना दिया गया बस यही से कांग्रेसका बिखराव होना शुरू हो गया नगर से लेकर जिले तक कांग्रेस बंटाधार होती चली गई जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्री शर्मा को जिला अध्यक्ष जिला अध्यक्ष मनोनीत किया गया किया वे बाजपुर के रहने वाले थे समय के अभाव में वह कार्य करने में असमर्थ रहे आखिर कांग्रेस की गिरती साख पर प्रदेश कांग्रेस ने विगत दिनों हिमांशु गावा को कार्यकारी जिला उधम सिंह नगर का अध्यक्ष घोषित किया उसके बाद मानो कार्यकर्ताओं में संजीवनी आ गई हो उनके अल्प समय में ही उन्होंने न केवल कार्यकर्ताओं में जोश भरा ताबड़तोड़ बैठकर की तथा बीजेपी के खिलाफ रैली व सभाओं का आयोजन कर कांग्रेश कर्ताओं में नई जान फूंक दी कार्यकर्ताओं का कहना था कि यदि गाबा को पूर्व में अध्यक्ष बना दिया होता आज कांग्रेस की यह दुर्दशा नहीं होती कई कांग्रेस ने कार्यकर्ताओं ने नाम ना छापने पर मजेदार बात बताई देर आए दुरुस्त आए की कहावत सिधार्थ हुई है अब कांग्रेस एकजुट होकर आगामी 2022 के विधानसभा के लिए चुनाव लड़ेंगे न केवल रुद्रपुर मुख्यालय सहित पूरी तराई में कांग्रेस का परचम लहराएंगे उधर दूसरी ओर देवभूमि माया न्यूज़ पोर्टल में कार्यकारी अध्यक्ष हिमांशु गाबा से संपर्क करने पर उनका कहना था कि मैं एक कांग्रेस का सिपाही हूं जो हाईकमान आदेश देगा मैं उसी का पालन करूंगा बरहाल हिमांशु गाबा के कार्यकारी जिला अध्यक्ष बनाने से कांग्रेसियों में एक नई जान फूंक गई है और कार्यकर्ताओं एक नई ऊर्जा के साथ मैदान में उतर गए हैं अब देखना यह है यह ऊर्जा आगामी 2022 के चुनाव में कितना सफल हो पाता है