


नई दिल्ली: हल्द्वानी रेलवे की भूमि पर अतिक्रमण मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई टली, अब 9 दिसंबर को होगा फैसला! Ashok Gulati editor in chief /हल्द्वानी रेलवे की भूमि से अतिक्रमण हटाने का मामला लगभग दो दशक से चला आ रहा है। हल्द्वानी में 29 एकड़ रेलवे भूमि पर अवैध कब्जा है और करीब 4365 अतिक्रमणकारी इसमें शामिल हैं। आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई टल गई है। अगली सुनवाई 9 दिसंबर को होगी।हल्द्वानी रेलवे की भूमि पर अतिक्रमण मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई टली
हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में रेलवे की भूमि से अतिक्रमण हटाने के मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई टल गई है। अब अगली सुनवाई 9 दिसम्बर को होगी।आज की सुनवाई को लेकर माना जा रहा था कि यह बेहद महत्वपूर्ण रहने वाली है लेकिन एसआईआर पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई लंबी चली जिसके बाद रेलवे मामले की तारीख को 9 दिसम्बर कर दिया गया है। रेलवे मामला सुप्रीम कोर्ट की कॉजलिस्ट में 24वें नम्बर पर था। और शाम चार बजे तक एसआईआर का मामला जो 11वें नवम्बर पर था उसी पर सुनवाई चलती रही। अब 9 अथवा 10 दिसम्बर की तारीख बेहद अहम और महत्वपूर्ण मानी जा रही है, जिस पर एक बार फिर से लोगों की निगाहें टिकी रहेंगी।पिछली सुनवाई में क्या हुआ था?
14 नवंबर की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने रेलवे, राज्य सरकार और प्रभावित परिवारों की दलीलें सुनीं। रेलवे ने कोर्ट को बताया कि परियोजना के लिए 30 हेक्टेयर भूमि जरूरी है और अतिक्रमण जल्द खाली कराया जाना चाहिए। वहीं कब्जेदारों की ओर से वरिष्ठ वकीलों ने तर्क दिया कि रेलवे की भूमि मांग पहले ऐसे नहीं रखी गई थी। रिटेनिंग वॉल बन चुकी है, इसलिए अब रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर को खतरा नहीं है। पुरानी बस्ती को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत स्थानांतरण का प्रस्ताव उचित नहीं है। रेलवे की ओर से अधिवक्ता ऐश्वर्या भाटी ने इन दलीलों का विरोध किया। इसके बाद अदालत ने अगली सुनवाई 2 दिसंबर को तय की थी। आज सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर नैनीताल पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े कदम उठाए थे,वरिष्ठ अधिकारी मोर्चे पर
कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मैदान में तैनात हैं-
एसपी हल्द्वानी मनोज कुमार कत्याल
एसपी/क्षेत्राधिकारी लालकुआं दीपशिखा अग्रवाल
क्षेत्राधिकारी हल्द्वानी अमित कुमार सैनी
प्रभारी थानाध्यक्ष सुशील जोशी
हल्द्वानी रेलवे भूमि अतिक्रमण को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क
हल्द्वानी रेलवे भूमि अतिक्रमण मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले पुलिस प्रशासन ने चप्पे-चप्पे पर सख्त निगरानी का अभियान चला रखा है। संदिग्ध तत्वों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई है। एसएसपी डॉ. टीसी ने सुरक्षा तैयारियों को बारीकी से मॉनिटर किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश,
सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले SSP मंजुनाथ टीसी मैदान में
हल्द्वानी रेलवे भूमि अतिक्रमण मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले नैनीताल पुलिस पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। एसएसपी नैनीताल डॉ. मंजुनाथ टीसी खुद मैदान में उतरकर सुरक्षा व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर रहे हैं।वरिष्ठ अधिकारी मोर्चे पर
कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मैदान में तैनात हैं-
एसपी हल्द्वानी मनोज कुमार कत्याल
एसपी/क्षेत्राधिकारी लालकुआं दीपशिखा अग्रवाल
क्षेत्राधिकारी हल्द्वानी अमित कुमार सैनी
प्रभारी थानाध्यक्ष सुशील जोशी
हल्द्वानी रेलवे भूमि अतिक्रमण को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क
हल्द्वानी रेलवे भूमि अतिक्रमण मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले पुलिस प्रशासन ने चप्पे-चप्पे पर सख्त निगरानी का अभियान चला रखा है। संदिग्ध तत्वों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई है। एसएसपी डॉ. टीसी ने सुरक्षा तैयारियों को बारीकी से मॉनिटर किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे,
सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले SSP मंजुनाथ टीसी मैदान में
हल्द्वानी रेलवे भूमि अतिक्रमण मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले नैनीताल पुलिस पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। एसएसपी नैनीताल डॉ. मंजुनाथ टीसी खुद मैदान में उतरकर सुरक्षा व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर रहे हैं।कानून व्यवस्था बनाए रखना प्राथमिकता : एसएसपी
नैनीताल एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने कहा 6 सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का पालन कराना और कानून व्यवस्था बनाए रखना प्राथमिकता है। पूरा क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील रहेगा। अत्याधुनिक असलहों के साथ पैरामिलिट्री तथा रेलवे पुलिस फोर्स भी तैनात रहेगी। सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
बनभूलपुरा से जुड़े सभी मार्ग जीरो जोन
पुलिस ने रेलवे भूमि अतिक्रमण को लेकर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई के बाद हल्द्वानी शहर और बनभूलपुरा में रूट डायवर्जन प्लान पुलिस ने लागू कर दिया है। इसके तहत कई क्षेत्रों को जीरो जोन भी बनाया गया है। इन जगहों पर सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही नहीं होगी। एसपी यातायात डॉ. जगदीश चंद्र ने बताया कि डायवर्जन प्लान मंगलवार सुबह आठ बजे से रात्रि नौ बजे तक प्रभावी रहेगा। सुबह आठ बजे से रात के दस बजे तक नैनीताल जनपद में सभी प्रकार के भारी मालवाहक के साथ ही अति आवश्यक सेवा से संबंधित वाहनों का आवागमन बंद रहेगा। इन सभी को जनपद की सीमा पर ही रोक दिया जाएगा।
रामपुर और रुद्रपुर से आने वाले व सभी वाहन पंतनगर तिराहा दिनेशपुर मोड़ से डायवर्ट होकर राष्ट्रीय राजमार्ग 109 नया बाईपास होते हुए पंतनगर से नगला तिराहा, किच्छा, सितारगंज, खटीमा से जाएंगे। होते हुए अपने गंतव्य को जाएंगे।
पर्वतीय जनपदों से मैदानी क्षेत्र आने वाले समस्त प्रकार के वाहन चंपावत होते हुए टनकपुर रोड का प्रयोग करेंगे।
रामपुर रोड से आने वाले एवं नैनीताल, भीमताल, भवाली, कैंचीधाम की ओर जाने वाले वाहन गन्ना सेंटर, शीतल होटल तिराहा से डायवर्ट होकर तीनपानी फ्लाईओवर से गौलापार रोड का प्रयोग करेंगे। अन्य वाहन देवलचौड़ तिराहा से डायवर्ट होकर छड़ायल चौराहा से सेंट्रल हॉस्पिटल तिराहा होते हुए लालडांठ तिराहा से पनचक्की मार्ग का प्रयोग करेंगे।
रामनगर, बाजपुर के वाहन नैनीताल तिराहा कालाढूंगी से डायवर्ट होकर मंगोली होते हुए जाएंगे। अन्य वाहन ऊंचापुल चौराहा, लालडांठ से पनचक्की होते हुए नरीमन होकर जाएंगे।
बीएनएसएस की धारा 135 और 172 लागू
बनभूलपुरा का इलाका काफी बड़ा और घनी आबादी वाला है। ऐसे में इसके चारों ओर पुलिस ने सिस्टेमैटिक तरीके से सुरक्षा की तैयारी की है। क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाने के लिए बीएनएसएस की धारा 135 (गलत तरीके से बंधक बनाने के प्रयास में हमला या आपराधिक वल प्रयोग से संबंधित) और 172 (पुलिस के वैध निर्देशों का पालन करने की बाध्यता से संबंधित) को लागू कर दिया गया है। सोमवार की शाम एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी ने आईटीबीपी के डिप्टी कमांडेंट संजीत कुमार और सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट मनमोहन सिंह के साथ संयुक्त बैठक की। बैठक में आईटीबीपी और सीआरपीएफ की टुकड़ियों को अलर्ट मोड पर रहने के के लिए कहा गया था|