सीकर: [राजस्थान] मनसा देवी मंदिर में आश्विन नवरात्रि पूर्ण श्रद्धा से सम्पन्न! विनोद कुमार अग्रवाल की ग्राउंड जीरो से रिपोर्ट

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–प्राचीन और ऐतिहासिक मनसा माता मंदिर, जो हसामपुर की पहाड़ी पर स्थित है और दसवीं-ग्यारहवीं सदी का माना जाता है, वहां आश्विन नवरात्रि का समापन भव्य श्रद्धा और भक्ति के साथ किया गया। महाअष्टमी के पावन अवसर पर मां महागौरी का अभिषेक कर नवचंडी यज्ञ की शुरुआत की गई।
मंदिर के महंत श्री केशव भारद्वाज के सान्निध्य में सभी धार्मिक आयोजन विधिपूर्वक सम्पन्न हुए। उन्होंने बताया कि भागवत, विष्णु पुराण एवं वेदों में मां मनसा देवी को नाग कन्या के रूप में वर्णित किया गया है। यहां देवी भक्तों को तीन पिंडियों के रूप में दर्शन देती हैं।नवरात्रि के दौरान प्रतिपदा से नवमी तक हजारों श्रद्धालु दूर-दराज़ से माता के दरबार में पहुंचे। भक्तों ने माता को चुनरी उड़ाई, गठ जोड़ा और जडूला की जात लगाकर मनोकामनाएं मांगीं।महाअष्टमी की संध्या को 101 कन्याओं को भोज कराया गया और सप्तमी रात्रि को हवन का आयोजन हुआ, जिसमें भक्तों ने आहुतियां देकर सुख-समृद्धि की कामना की। इस शुभ अवसर पर अशोक यादव, छीतरमल सैनी, धर्मपाल यादव, कमल कुमावत, कपिल अग्रवाल, विजय अग्रवाल, राकेश मंगल, सुरेश शर्मा (पाटन), करण सिंह तंवर, सिद्धु बंसल, रामु सिंह, घनश्याम योगी, पुरुषोत्तम अग्रवाल, श्रीकांत अग्रवाल, संदीप, लोकश, पवन प्रजापति, धर्मपाल प्रजापति, पवन अग्रवाल, महेश अग्रवाल (गणश्वेर) आदि ने अपने परिवार सहित मां को चुनरी अर्पित की।सैकड़ों श्रद्धालुओं ने पंगत में बैठकर मां का प्रसाद ग्रहण किया। नवमी तिथि को इंदौर निवासी श्रद्धालु पुरुषोत्तम मित्तल द्वारा माता को 256 प्रकार के भोग अर्पित किए जाएंगे, जिससे समापन समारोह और अधिक भव्य होगा।मनसा माता मंदिर इन दिनों भक्तिभाव से सराबोर रहा। यहां की नवरात्रि परंपरा, कन्या पूजन, भंडारा एवं नवचंडी यज्ञ जैसे आयोजन स्थानीय संस्कृति और आस्था की जड़ों को दर्शाते हैं।शारदीय नवरात्रि के पावन पर्व पर नवमी तिथि को मां मनसा मंदिर में छप्पन भोग का आयोजन किया गया इंदौर निवासी पुरुषोत्तम जी मित्तल ने सपरिवार माता रानी को चुनरी उड़ाई वह परिवार में सबके लिए सुख समृद्धि की कामना की

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