‘हादसों का शहर बना नैनीताल जिला,सड़क हादसों में इतने लोग गंवा चुके जान: सड़क हादसे रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं, सड़क हादसों की चिंताजनक स्थिति सामने आई है. जिले में बीते तीन साल के भीतर चार सौ से अधिक सड़क हादसे हुए हैं, इनमें तीन सौ से अधिक लोगों को जान गई, वहीं चार सौ से अधिक लोग घायल हुए है. सड़क हादसों के पीछे अलग-अलग कारण हैं.
सड़क हादसों की ये है वजह: पुलिस विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक साल 2023, 2024 और 2025 जुलाई तक कुल 426 सड़क हादसे नैनीताल जिले में दर्ज किए गए, 305 लोगों की इन सड़क हादसों में दर्दनाक मौत हुई. जबकि 424 लोग गंभीर रूप से घायल हुए. हादसों के मुख्य कारण तेज रफ्तार, गलत दिशा में वाहन चलाना, ओवरलोडिंग और नशे की हालत में गाड़ी चलाना सामने आया है”..

हल्द्वानी :शहर के रामपुर हाईवे पर देर रात तेज रफ्तार का कहर देखने को मिला। टांडा जंगल में दो कारों की आमने-सामने हुई भिड़ंत में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई है। दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। मरने वाले कार सवार बनभूलपुरा के हैं। घायलों का एसटीएच में उपचार चल रहा है।पुलिस के अनुसार सोमवार को बनभूलपुरा के एक परिवार के लोग अपनी बहन को देखने रुद्रपुर गए थे। देर रात घर लौटते समय उनकी ऑल्टो कार की टांडा जंगल में स्कॉर्पियो से जोरदार भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि ऑल्टो कार के परखच्चे उड़ गए। हादसे में जान गंवाने वालों की पहचान हाफिज शाजिद, शाहजहां और अफसरी के रूप में हुई है। वहीं घायलों में जाहिद और मुस्कान शामिल हैं। हादसे की सूचना रात करीब 2 बजे परिजनों को मिली। घायलों और मृतकों को तत्काल सुशीला तिवारी अस्पताल लाया गया। सभी हल्द्वानी बनभूलपुरा लाइन नंबर 17 और 18 के रहने वाले हैं। इस स्थान पर हालांकि ब्रेकर लगा हुआ है परंतु इसके बावजूद भी दर्जन लोग अपनी जान गवा चुके हैं, जिम्मेवार कौन है? जागरूक नागरिकों का कहना है कि रात को पुलिस की चौकी बंद होने के कारण आए दिन दुर्घटना होती रहती है, जबकि रात को भी पुलिस को चौकसी रखनी चाहिए के





























































