
चंपावत 30 जून |
जिलाधिकारी मनीष कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को नशा समन्वय समिति (NCORD) की बैठक जिला कार्यालय सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में जनपद में नशा मुक्ति अभियान की समीक्षा की गई और मादक पदार्थों के विरुद्ध चल रहे अभियान को और प्रभावी बनाने हेतु निर्देश दिए गए।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि नशे के खिलाफ लड़ाई केवल पुलिस की नहीं, बल्कि सभी विभागों की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने पुलिस विभाग को मादक पदार्थों की तस्करी और बिक्री में संलिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने और सीमावर्ती क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए। साथ ही नियमित छापेमारी और निरंतर निगरानी पर बल दिया।
उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और समाज कल्याण विभागों को निर्देशित किया कि वे स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थानों पर नशे के दुष्प्रभावों को लेकर जागरूकता कार्यक्रम, पोस्टर अभियान, नुक्कड़ नाटक और कार्यशालाएं आयोजित करें। साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि नशा पीड़ितों के लिए चिकित्सा और पुनर्वास सेवाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री अजय गणपति ने जानकारी दी कि पिछले एक माह में एनडीपीएस एक्ट के तहत जनपद में 8 मुकदमे दर्ज किए गए, जिनमें 10 अभियुक्तों से 2.322 किग्रा चरस और 61.56 ग्राम स्मैक बरामद की गई है। बनबसा मे 5 अभियुक्तों से 44.16 ग्राम स्मैक, टनकपुर में 2 अभियुक्तों से 13.77 ग्राम स्मैक, चंपावत में 1 अभियुक्त से 3.63 ग्राम स्मैक, लोहाघाट में 1 अभियुक्त से 1.100 किग्रा चरस, पाटी मे 1 अभियुक्त से 1.222 किग्रा चरस।
इन सभी मामलों में अभियुक्तों के विरुद्ध नियमानुसार विधिक कार्यवाही की जा रही है।
जिलाधिकारी ने कहा कि नशा मुक्त समाज के निर्माण के लिए सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ निरंतर कार्य करना होगा।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डॉ जी एस खाती, अपर जिलाधिकारी जयवर्धन शर्मा, उप जिलाधिकारी चंपावत अनुराग आर्य, वरिष्ठ कोषाधिकारी सीमा बंगवाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेश चौहान, जिला प्रोबेशन अधिकारी पी.एस. बृजवाल, मुख्य शिक्षा अधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट, जिला समाज कल्याण अधिकारी आरएस सामंत सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

























































