देहरादून:स्वर्णकार की पत्नी से 9 लाख के जेवरातों की ठगी के मामले में गिरफ्तार हुए पूर्व से ही आपराधिक रिकार्ड वाले ठग साधु को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलवाने वाला कौन था! जांच के दिए आदेश; कई अफसरों पर गिर सकती है गाज? सीएम को बदनाम करने की साजिश तो नहीं!!

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देहरादून। विगत दिनों एक स्वर्णकार की पत्नी से 9 लाख के जेवरातों की ठगी के मामले में गिरफ्तार हुए पूर्व से ही आपराधिक रिकार्ड वाले ठग साधु को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलवाने वाला कौन था, इसकी जांच शुरू हो गई है। गौरतलब है कि सीएम ने इस ठक बवाली बाबा की पुस्तक का विमोचन किया था, लेकिन ​इसकी गिरफ्तारी के बाद से सीएम कार्यालय में हड़कंप मचा हुआ है। मुख्य सचिव ने इस मामले जांच के आदेश जारी कर दिये हैं। माना जा रहा है कि जो भी अधिकारी इस बाबा को सीएम कार्यालय तक लाया उस पर गाज जरूर गिरेगी ध्यान देने की बात यह है कि ऋषिकेश पुलिस ने बीते दिनों ठग साधु की गिरफ्तारी की। जिसने एक नामी स्वर्णकार की पत्नी को इलाज के नाम पर ठगा था। पुलिस को जांच में पता चला इस पर पूर्व से ही पानीपत के थानों में मुकदमे दर्ज हैं। सबसे ज्यादा हड़कंप जिस बात पर मचा है कि इस बाबा की कुछ दिन पूर्व एक पुस्तक विमोचन समारोह में सीएम के साथ तस्वीरें वायरल हुई हैं। जिसमें सीएम व अन्य लोग इसकी किसी पुस्तक का विमोचन करते दिख रहे हैं। अपर मुख्य सचिव आनंद वर्द्धन ने अब मामले की जांच के आदेश जारी दिये हैं। अब सुरक्षा के लिहाज से बेहद सुरक्षित समझे जाने वाले बीजापुर गेस्ट हाउस तक पहुंचने और मुख्यमंत्री के हाथों पुस्तक का विमोचन कराने वाले इस ठग के भक्तों पर गाज गिरनी तय है। चर्चा है कि इस मामले में एक महिला आईपीएस का नाम भी सामने आ रहा है। पुलिस इस मामले में गोपनीय जांच भी कर रही है। एसीएस सीएम आनंद वर्द्धन ने इसकी पुष्टि की है। पुलिस सूत्रों के अनुसार यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि आखिर कैसे ये बाबा बीजापुर गेस्ट हाउस तक पंहुचा। इसमें किन लोगों की भूमिका थी। बीजापुर गेस्ट हाउस जैसे वीवीआईपी स्थल तक पंहुचने के पीछे की इस ठग की मंशा क्या रही होगी। इसका भी शीघ्र खुलासा होगा। गौरतलब है कि विगत दिनों एक स्वर्णकार की पत्नी से 9 लाख के जेवरातों की ठगी के मामले में गिरफ्तार हुए पूर्व से ही आपराधिक रिकार्ड वाले ठग साधु को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलवाने वाला कौन था, इसकी जांच शुरू हो गई है। ज्ञात रहे कि सीएम ने इस ठक बवाली बाबा की पुस्तक का विमोचन किया था, लेकिन ​इसकी गिरफ्तारी के बाद से सीएम कार्यालय में हड़कंप मचा हुआ है। मुख्य सचिव ने इस मामले जांच के आदेश जारी कर दिये हैं। माना जा रहा है कि जो भी अधिकारी इस बाबा को सीएम कार्यालय तक लाया उस पर गाज जरूर गिरेगी। ध्यान देने की बात यह है कि ऋषिकेश पुलिस ने बीते दिनों इस ठग साधु की गिरफ्तारी की। जिसने एक नामी स्वर्णकार की पत्नी को इलाज के नाम पर ठगा था। पुलिस को मालूम चला कि इस पर पूर्व से ही पानीपत के थानों में मुकदमे दर्ज हैं। सबसे ज्यादा हड़कंप जिस बात पर मचा वह यह थी कि इस बाबा की कुछ दिन पूर्व एक पुस्तक विमोचन समारोह में सीएम के साथ तस्वीरें वायरल हुई हैं। जिसमें सीएम व अन्य लोग इसकी किसी पुस्तक का विमोचन करते दिख रहे हैं। अपर मुख्य सचिव आनंद वर्द्धन ने अब मामले की जांच के आदेश जारी कर दिये हैं। अब सुरक्षा के लिहाज से बेहद सुरक्षित समझे जाने वाले बीजापुर गेस्ट हाउस तक पहुंचने और मुख्यमंत्री के हाथों पुस्तक का विमोचन कराने वाले इस ठग के भक्तों पर गाज गिरनी तय है। सूत्र बता रहे हैं कि इस मामले में एक महिला आईपीएस का नाम भी सामने आ रहा है। पुलिस इस मामले में गोपनीय जांच भी कर रही है। एसीएस सीएम आनंद वर्द्धन ने इसकी पुष्टि की है। पुलिस सूत्रों के अनुसार यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि आखिर कैसे ये बाबा बीजापुर गेस्ट हाउस तक पंहुचा। इसमें किन लोगों की भूमिका थी। बीजापुर गेस्ट हाउस जैसे वीवीआईपी स्थल तक पंहुचने के पीछे की इस ठग की मंशा क्या रही होगी। इसका भी शीघ्र खुलासा होगा। कहीं नए सीएम को बदनाम करने की कोई साजिश तो नहीं है पुलिस जांच कर रही है शीघ्र ही इसका पर्दाफाश हो जाएगा l बदहाल इस घटना से हड़कंप मचा हुआ हैl

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