नई दिल्ली विशेष संवाददाता 1 सप्ताह में दूसरी बार कोई कांग्रेसी की हाई लेवल की बैठक में निर्णय लिया गया बिना किसी चेहरे के चुनाव लड़ा जाएगा और सभी एकजुट होकर 2022 के लिए चुनाव लड़ेंगे और कांग्रेस को सत्ता में वापस लाएंगे 15 जून से परिवर्तन यात्रा खटीमा से शुरू होगी सभी बड़े नेता एकजुट होकर पार्टी के लिए कार्य करेंगे सूत्रों के मुताबिक नेता प्रतिपक्ष कुमाऊ की लोकप्रिय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉक्टर इंदिरा हरदेशविधानसभा चुनाव 2022 को लेकर शनिवार (आज) दिल्ली में होने वाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक से पूर्व कांग्रेस की वरिष्ठ नेता इंदिरा हृदयेश ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर निशाना साधा है। इंदिरा का कहना है कि हरीश पार्टी के सिद्धांतों से ऊपर नहीं है। उनके कहने या समझने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। पार्टी में जो नियम बने हैं, वह सभी पर लागू होते हैं।
इंदिरा ने कहा कि ऐसा किसी के चाहने या समझने से नहीं होता है। हरीश रावत यदि ऐसा कहते हैं या सोचते हैं तो यही उनकी व्यक्तिगत राय हो सकती है। उनके कहने या चाहने से कुछ नहीं होगा। पार्टी के दूसरे नेता न तो ऐसा सोचते हैं और न ही चाहते हैं। कांग्रेस पार्टी की अपनी एक व्यवस्था रही है। जब बहुमत आ जाता है, तभी सब सदस्य पार्टी नेता चुनते हैं। इंदिरा ने कहा कि हरीश भी इन्हीं नियमों से बंधे हैं। उन्हें भी वही मानना पड़ेगा, जो पार्टी का आदेश होगा। इंदिरा ने फिर दोहराया कि पार्टी में किसी के व्यक्तिगत रूप से चाहने या न चाहने से कुछ नहीं होता है।
आज दिल्ली में बैठक
कांग्रेस प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव दिल्ली में आज शनिवार को उत्तराखंड कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की बैठक हुई कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पार्टी प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हहृयेश, पूर्व पार्टी अध्यक्ष किशोर उपाध्याय आदि भाग लिया बैठके में हरीश रावत बैठक शुरू होनेेेे के कुछ समय पश्चा्चात पहुंचे जब इसका कारण पूछा तो उन्होंने हंसकर टाल दििया आज उनका रुख बदला बदला सा था उधर दूसरी ओर बैठक के पश्चात् संवाददाता ने डॉक्टर हरदेश द्वारा की गई टिप्पणीी के संदर्भ मेंं उन्होंने कहां
इंदिरा की भी अपनी राय हो सकती है, इसमें कुछ गलत नहीं: हरीश
नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश के बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि मेरी जो राय थी, मैंने उसे खुले मंच पर सबके सामने रख दिया था। इंदिरा जी की भी अपनी राय हो सकती है। इसमें कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन यह बात सही है कि हम सभी पार्टी के कर्तव्यनिष्ठ कार्यकर्ता हैं, पार्टी जो भी निर्णय लेगी, वही सभी को मान्य होगा। बरहाल पार्टी रुख स्पष्ट कर दिया किसी के चेहरे में रख कर चुनाव नहीं होगा चुनाव जीतने के पश्चात विधायक दल के नेता विधानमंडल के सदस्य चुने गये l बरहाल कई दिनों से हरीश रावत द्वारा चेहरे को रखकर चुनाव लड़ने की मांग कर रहे थे आज जो पूरी तरह खारिज कर दी गईl
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