देहरादून विशेष संवाददाता कोरोना विस्फोटक अपना उग्र रूप धारण करता जा रहा है दिन-ब-दिन भयंकर रूप धारण करते हुए जा रहा है कोरोना की दूसरी लहर के चलते हर तरफ भय का माहौल है। संक्रमितों की मौत के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की तमाम कोशिशों के बावजूद संक्रमितों की मौत के मामले थम नहीं रहे। संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच एक दुखद खबर शिक्षा जगत से आई है। ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के एचओडी, आईटी प्रो. मनीष महाजन का निधन हो गया है। वो कोरोना संक्रमण से जूझ रहे थे। डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद प्रो. महाजन की जान बच नहीं सकी। प्रो. मनीष महाजन ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी के इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष थे। छात्रों के बीच वो बेहद लोकप्रिय थे। शिक्षक प्रो. महाजन के निधन की खबर मिलते ही ग्राफिक एरा में शोक छा गया। प्रो. मनीष महाजन 49 साल के थे। वो मूलरूप से हरिद्वार के रहने वाले थे।
कुछ दिन पहले उनमें कोरोना के लक्षण दिखे थे। हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी कोविड जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद उन्हें देहरादून के सिनर्जी अस्पताल में एडमिट कराया गया था। जहां डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। बीती शाम उनका कोरोना से लड़ते हुए निधन हो गया। मूलरूप से हरिद्वार के रहने वाले प्रो. महाजन का परिवार देहरादून में रहता है। वो अपने पीछे पत्नी और दो बच्चों को बिलखता छोड़ गए। प्रो. महाजन के निधन की सूचना से ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी में शोक का माहौल है। ग्राफिक एरा ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. कमल घनशाला ने भी प्रो. मनीष महाजन के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। डॉ. कमल घनशाला ने कहा कि प्रो. मनीष का अचानक चले जाना, शिक्षा क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है। लगातार मौत के बढ़ रहे आतंक से स्वास्थ विभाग सरकार और नागरिक चिंता में पड़ गए हैं आखिर कब यह महामारी पर अंकुश लगेगा