नैनीताल…कुछ मिनट देरी हो जाती कई घर “अग्नि कुंड” में समा जाते ! दहेज का सामान बाल-बाल बचा

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नैनीताल विशेष संवाददाता ज्योलीकोट से भवाली मार्ग पर कुपी गांव में घाट गधे रे से आग विकराल रूप से हवा की आंधी से फैलती जा रही थी कि दोपहर के 2:00 बजे थे कि गांव के बिल्कुल निकट पहुंच गई आग इतनी विकराल थी गांव में हड़कंप मच मच गया था गांव वासियों तथा वन कर्मियों फायर ब्रिगेड की की तत्परता से पूरा गांव भस्म होने से बच गया ग्रामवासी प्रदीप त्यागी बताया गांव के मातृशक्ति ग्राम वासियों वन विभाग फायर ब्रिगेड में संयुक्त रुप से तत्परता से कार्रवाई नहीं की होती तो पूरा गांव अग्निकुंड में समा जाता वही गांव में कैलाश चंद की पुत्री की शादी 26 27 अप्रैल को है शादी की तैयारियों के लिए समान घर के बाहर रखा हुआ था कि घर से कुछ दूरी पर आग पहुंच चुकी थी फायर ब्रिगेड की गाड़ी कुछ ही दूरी पर जंगल में लगी आग बुझा रही थी कि उनको तत्परता से सूचित किया फायर ब्रिगेड ने तत्काल पहुंचकर आग को काबू पा लिया जिससे थोड़ा बहुत ही नुकसान हो पाया वहीं कुछ ही दूरी पर प्यारेलाल के मकान के परिसर में विशाल वृक्ष को अग्नि ने अपने आगोश में ले लिया और विशाल पेड़ धूंधू कर जलना शुरू हो गया जिससे परिवार के लोगों के हाथ पैर फूल गए गनीमत यह रही कि फायर ब्रिगेड की गाड़ी कुछ ही दूरी पर थी मौके पर पहुंचकर घर को अग्नि कोण में सामान्य से बाल-बाल बचा लिया गया अभी हाल में ही प्यारेलाल ने बताया कि यदि यह घटना रात को ही होती तो कोई भी परिवार का व्यक्ति बचना मुश्किल था परिसर में विशाल पेड़ मैं आग पकड़ चुकी थी ग्रामवासी व फायर ब्रिगेड ने मौके पर बुझाई होती तो आज परिवार के लोग बर्बाद हो जाते हैं अग्नि से उनके घर की क्षति हुई है उन्होंने मुआवजे की सरकार से मांग की है वहीं दूसरी ओर कैलाश चंद्र की पुत्री का भी दहेज का सामान भी बाल बाल बच गया नागरिक आश्चर्यचकित हैं कितने किलोमीटर दूर आग कितनी गति से फैलती हुए घर तक पहुंच गई

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