महाकुम्भ 2021 में बैसाखी के पावन पर्व पर आयोजित शाही स्नान के अवसर पर हिमालयन योगी स्वामी वीरेंद्रानंद गिरि जी महाराज ने ब्रह्मकुंड में आस्था की डुबकी लगाई। जगत कल्याण के पावन संकल्प के साथ हिमालयन पीठाधीश्वर ने लोक मंगल की कामना की। मां गंगा से सभी प्रकार के संकटों को दूर करने की प्रार्थना की।
आज शाही स्नान की रथ यात्रा में हिमालयन पीठाधीश्वर जी का रथ विशेष आकर्षण का केंद्र बना रहा। मां दुर्गा के नौ रूप शाही रथ पर सवार होकर सभी श्रद्धालुओं को आशीष प्रदान कर रहे थे। मां शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्णमांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, सिद्धदात्री के यह नौ रूप श्रद्धालुओं को चमत्कृत कर रहे थे। हिमालयन योगी का रथ सदैव नवीनता के लिए जाना जाता है। कभी उनके रथ पर पहाड़ की संस्कृति झलकती है तो कभी शंखनाद करते ब्राह्मण देवता दिखाई देते हैं, कभी सीमान्त के रं समुदाय की झलक दिखाई देती है। रंगीली-पिछौड़ी में मातृशक्ति की झलक ने भी रथ के आकर्षण को विशेष बना दिया था।