जीना की करोड़ों की कम्पनियों के लेखा-जोखा में मात्र 1-2 लाख का उल्लेख- पत्नी के बैंक खाते व कम्पनियों का उल्लेख नहीं, जमा करती हैं आयकर- आधा किग्रा सोना व आधा किग्रा चाँदी का मूल्य दर्शाया है 2.25 लाख व दूसरे शपथ-पत्र में 22.80 लाख- कई कम्पनियों के नाम का उल्लेख आधा-अधूरा व गलत!- सन्देह के घेरे में तो नहीं सल्ट चुनाव की कार्य प्रणाली!- नामांकन/चुनाव निरस्त कराने को निर्वाचन आयोग व न्यायालय की शरण लेगा देहरादून स्थानीय होटल में पत्रकार वार्ता करते हुए जनसंघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जी0एम0वी0एन0 के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि सल्ट विधानसभा के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी महेश जीना ने अपने नामांकन पत्र के साथ संलग्न 2 अलग-अलग शपथ-पत्रों में झूठे तथ्यों का उल्लेख कर निर्वाचन आयोग व जनता की आँख में धूल झोंकने का काम किया है।नेगी ने कहा कि उक्त प्रत्याशी ने अपने नामांकन पत्र में मात्र एक्मे प्रा0लि0 कम्पनी का उल्लेख कर उसकी सम्पत्ति मात्र एक लाख दर्शायी है, जबकि उक्त कम्पनी का वास्तविक नाम एक्मे एक्सीलेंट मैनेजमेंट प्रा0लि0 है तथा इस कम्पनी की कई करोड़ों की लेनदारी व देनदारी है। इसी प्रकार इनके द्वारा बेतालेश्वर एसोसिएट प्रा0लि0 का उल्लेख न कर बेतालेश्वर स्टोन दर्शाया गया है तथा इस कम्पनी की देनदारी-लेनदारी भी करोड़ों रूपये में है, लेकिन मात्र लगभग 2.00 लाख दर्शायी गयी है तथा कई अन्य कम्पनियों की भी यही स्थिति है। यहाॅं हैरानी की बात यह है कि कम्पनी का लेखा-जोखा मात्र 1-2 लाख दर्शाया गया है, जबकि 1-2 लाख में तो पान के खोखे का ढाँचा भी ठीक प्रकार से नहीं बनता। मोर्चा को उक्त शपथ-पत्रों के मामले में किसी बड़ी साजिश की बू आ रही है।नेगी ने कहा कि इनके द्वारा दिये गये शपथ-पत्र में इनकी धर्मपत्नी श्रीमती अंजू जीना के बैंक खाते व इनकी 2-3 कम्पनियाॅं, जिनकी ये मालिक व साझेदार हैं, (जैसा कि सूत्रों से ज्ञात हुआ है) का भी कोई उल्लेख शपथ-पत्र में नहीं है और न ही इनकी जमा पूॅंजी का कोई हिसाब है, जबकि इनके पास पैन नम्बर है तथा इनके द्वारा आयकर दाखिल किया जाता है। ये कृत्य एक प्रकार से गैर-कानूनी है।नेगी ने कहा कि इनके द्वारा निर्वाचन आयोग को सौंपे गये एक शपथ-पत्र में 500 ग्राम सोना व 500 ग्राम चाॅंदी का कुल मूल्य 2.25 लाख दर्शाया गया है तथा दूसरे शपथ-पत्र में इतने ही वजनी सोने व चाॅंदी का मूल्य 22.80 लाख दर्शाया गया है। सही मायने में अगर बात की जाये तो ये शपथ-पत्र झूठ का पुलिंदा है।नेगी ने कहा कि जो व्यक्ति नामांकन पत्र में ही इतना बड़ा झूठ आयोग के समक्ष बोल सकता है वो व्यक्ति जनता से कितना झूठ बोलता होगा।मोर्चा उक्त झूठे शपथ-पत्र व इनकी सम्पत्तियों के फर्जीवाड़े के मामले में नामांकन/चुनाव निरस्त कराने को लेकर निर्वाचन आयोग का दरवाजा खटखटायेगा, अगर जरूरत पड़ी तो न्यायालय की शरण भी ली जायेगी।पत्रकार वार्ता में दिलबाग सिंह, अरूण कुकरेती, नारायण सिंह चैहान, वीरेंद्र सिंह आदि मौजूद थे।