कॉन्ग्रेस के प्रत्याशी श्रीमती गंगा पंचोली के नॉमिनेशन में जहां प्रदेश अध्यक्ष सह प्रभारी सहित विधायक गण उत्तराखंड महिला प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य सहित बड़े नेता सम्मिलित हुए वही साल्ट कॉन्ग्रेस कॉ पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत और पुत्र ब्लाक प्रमुख के सम्मिलित नहीं होने की चर्चा बनी हुई है गौरतलब है कि साल्ट के इस उपचुनाव में कांग्रेस नेता रणजीत सिंह के पुत्र प्रबल दावेदार थे यहां तक की प्रदेश प्रभारी सहित सभी नेताओं ने पैरवी भी की थी परंतु रणजीत रावत के गुरु रहे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गंगा पंचोली को टिकट दिला दिया और सब हाथ मलते रह गए रंजीत रावत को पूर्ण भरोसा था कि उसके पुत्र को विधायक का टिकट मिलेगा वही आज नॉमिनेशन में रणजीत रावत का ना आना उनकी नाराजगी स्पष्ट रूप से झलक रही है कांग्रेस के एक बड़े नेता का कहना था कि हालांकि उनका नाम लोड स्पीकर से लिया गया था परंतु वह नहीं आए ना ही सभा में आया राजनीतिक पंडितों का मानना है ऐसे में यदि कांग्रेस में अभी से धड़े बाजी शुरू हो गई है ऐसे में कांग्रेस की प्रत्याशी कैसे जीत पाएगी? क्या कांग्रेस पार्टी के आलाकमान रंजीत रावत को मनाने में सफल हो जाएंगे क्या वह मन से प्रचार करेंगे यह फिलहाल कहना जल्दबाजी होगी बरहाल आज रंजीत रावत के समर्थक नहीं दिखने के कारण विभिन्न तरह के कयास लगाए जा रहे हैं इस संदर्भ मैं देवभूमि माया न्यूज़ पोर्टल ने कई कांग्रेस के बड़े नेताओं से संपर्क करने का प्रयास किया उनका कहना था कि अभी वेट एंड वाचिंग की स्थिति में है अभी कुछ नहीं कहेंगे समय आने पर कहेंगे रंजीत रावत सहित उनके समर्थकों के ना आना को प्रदेश कॉन्ग्रेस ने गंभीरता से लिया है अपुष्ट समाचार के मुताबिक इसकी शिकायत हाई कमांड को की जाएगी भरत आने वाले दो-तीन दिन में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी की रावत अपने समर्थकों के साथ क्या रुख अपनाते हैं बरहाल आज राजनीतिक दलो और जनता में चर्चा का विषय बना रहा रंजीत रावत का नॉमिनेशन में ना आना