व्हाट्सएप के माध्यम से पता चल रहा है कुछ जगहों में पत्रकारों ने होली मिलन किया उसमें अधिकारी शरीक हुए मजे की बात यह थी कि इसमें कई वरिष्ठ पत्रकारों को पता ही नहीं है कि होली मिलन के कार्यक्रम हो रहे हैं और व्हाट्सएप सोशल मीडिया के माध्यम से फोटो देख कर पता चल रहा होली मिलन हो रहे हैं गौरतलब है कि सैकड़ों पत्रकारों के संगठन बने हुए हैं कौन संगठन कब क्या कर रहा है व्हाट्सएप से सही पता चलता है जो 3 दशक से अधिक जो पत्रकारिता कर रहे हैं उन्हें पता ही नहीं कि होली मिलन के कार्यक्रम हो रहे हैं जबकि मेरे सहित पूरे कुमायूं में गिनती के पत्रकार होते थे आप उंगलियों में गिन सकते थे अब तो सैकड़ों पत्रकार हो गए हैं कौन पत्रकार है कौन नहीं है भगवान ही जाने हां यह जरूर है कि व्हाट्सएप के माध्यम से पता चला है कि होली मिलन हो रहा है और ऐसे से नाम पढ़ने को मिल रहे हैं जब नहीं जानते तो आम जनता क्या जानती होगी ऐसी है पत्रकारों की होली और हमारे डिजाइनर पत्रकार ही महान है वरिष्ठ पत्रकारों को तो उन्होंने निराश कर दिया है अपने कुछ साथियों को मिलाया संगठन खड़ा कर दिया अधिकारियों भी आश्चर्यचकित हैं किस संगठन में जाएं आप ताजू करेंगे मुझे तीन दशक से अधिक पत्रकारिता करते हो गए हैं मुझे भी नहीं मालूम है कि पूरे कुमाऊं में कितने संगठन है बरहाल होली कि आप मित्रों और शुभचिंतकों को बहुत-बहुत बधाई