उत्तराखंड के नए डीजीपी अशोक कुमार तथा नैनीताल सहित अन्य जिले के अफसर नशा विरोधी अभियान युद्ध स्तर पर चला रहे हैं परंतु कुछ मित्र पुलिस वर्दी में कैसे अधिकारियों के अभियान का धज्जियां उड़ा रहे हैं काठगोदाम रेस्टोरेंट में शराब के नशे में धुत पुलिसकर्मी नेता व आला अफसरों को जनता के बीच में गालियों का प्रयोग कर रहे हैं कल हमने आपको दिखाया था कि पहले सर्वप्रथम शराब इन दोनों मित्र पुलिसकर्मियों ने शुरू की अब नशा सर चढ़कर बोला आप स्वयं सुने पार्ट 2 हम आपको दिखा रहे हैं यही कारण है कि हम बार-बार कई बार लिख चुके हैं काठगोदाम से नैनीताल मार्ग पर हर खोमचे व रे स्टूडेंट खुलेआम शराब पिलाई जाती है जब सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का डर कहां की कहावत यह पुलिसकर्मी कर रहे हैं हर खोमचे व रेस्टोरेंट से वाले से मोटी रकम वसूली जाती है यही कारण है कि किसी की हिम्मत नहीं है कुछ बोल सकें और खुलेआम शराब पिलाई जाती है और आए दिन विवाद झगड़ा फसाद होना आम बात हो गई है जिससे पर्यटन नगरी की छवि निरंतर खराब हो रही है और नागरिकों में जबरदस्त रोष व्याप्त है जब वर्दी में पुलिसकर्मी ही शराब पिएंगे तो किसकी हिम्मत है किसी को रोक दें और मोटी रकम थानों में जाती है शराब पिलाने की एवज में आप स्वयं देखिए शर्म से सर झुक जाता है कल हम आपको दिखाएंगे और आपको एक बताना चाहेंगे हम इस पूरे मामले में डीजीपी और कमाऊ के आई जी से भी मिलकर यह पूरा विवरण को बताएंगे ताकि इनके ऊपर कठोर कार्रवाई हो और आने वाले समय में मित्र पुलिस की छवि जो कुछ मित्र पुलिस खराब कर रही है इस पर अंकुश लग सके