ब्रेकिंग [कलमकार की दास्तान] जाने-माने बड़े-बड़े पत्रकार अखबारों, चैनलों से विदा होते जा रहे हैं, ‘अपनी ढपली’ ‘अपना राग’कहावत सिद्ध हो रही है! ‘चौंक गए ना, परंतु यह सत्य है” Ashok Gulati editor in chief एक्सक्लूसिव

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जाने-माने बड़े-बड़े पत्रकार अखबारों, चैनलों से विदा होते जा रहे हैं, ‘अपनी ढपली’ ‘अपना राग’कहावत सिद्ध हो रही है! Ashok Gulati editor in chief एक्सक्लूसिव/भारतवर्ष के अधिकांश जाने-माने पत्रकार बड़े-बड़े चैनलों एवं अखबार को टाटा बाय-बाय कर गए हैं, क्योंकि चैनलों एवं अधिकांश अखबारों में चमचागिरी मात्र रह गई है, जो सरकार के बिन बजाएगा सबसे अधिक विज्ञापन एवंसुविधा मिलेगी, यही कारण है कि मैनेजमेंट उसकी जमकर चमचागिरी कर रहे हैं, पत्रकार अपनी कलम चलाने में असमर्थ होता जा रहा है, मेरे स्वयं 45 साल पत्रकारिता का अनुभव रहा है, अखबार व चैनलों में अब निष्पक्ष लखनी नहीं चलती है, जैसे मैनेजमेंट चाहता है वैसे ही कलम चलानी पड़ती है, आप खुद अपनी मर्जी से निष्पक्ष खबर नहीं लिख सकते हैं, आपको 12 घंटे आप ड्यूटी बजनी होती है, इसके बदले में वेतन इतना नहीं मिलता है कि आज महंगाई के जमाने में अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दे सके, यही कारण है कि आज अधिकांश पत्रकार अपना यूट्यूब चैनल तथा स्वतंत्र पत्रकारिता कर रहे हैं, और वै खुश है, क्योंकि इससे उनकी आमदनी भी हो रही है, और वह निष्पक्ष स्वतंत्र रूप से अपनी दमदार आवाज से पाठकों का दिल जीत रहे हैं, आने वाले युवा पीढ़ी यूट्यूब चैनल की ओर आकर्षित होते जा रहे हैं ,, विदेशों में जाकर बेहतरीन कवरेज कर रहे हैं, चाहे वह खाना खजाना हो, या वहां की पर्यटक से संबंधित खबरों को कवरेज कर रहे हैं जिससे कि आम जनमानस का भी रुचि उसकी तरफ आकर्षित हुई है, सोशल मीडिया इस कदर हावी हो गया है, कि आज प्रिंट मीडिया गत की ओर जा रहा है, बड़े-बड़े समाचार पत्रों का प्रचार प्रसार धड़ाम से गिरा रहा है जहां लोग पहले प्रातः समाचार पत्र के बिना चाय की चुस्की भी नहीं ले पाते थे, परंतु आज इसकी विपरीत अधिकांश लोग अखबार नहीं देख रहे हैं, मजेदार बात यह है कि अब टीवी का भी क्रेज खत्म होता जा रहा है, अधिकांश लोग अपने मोबाइल से ही अपने मनपसंद चीज को देख रहे हैं, समाचार पत्रों का चैनलों की हालत इस तरह खस्ता हो गई है, उन्होंने अपने सैकड़ो कर्मचारियों को निकाल दिया है, हमने भी कई बड़े समाचार पत्रों में काम किया परंतु वहां अपेक्षा ही मिली, इसी कारण समाचार पत्र से विदा हुए, आज अपना समाचार पत्र एवं यूट्यूब चैनल चला रहे हैं और जनता का प्यार आशीर्वाद अभूतपूर्व मिल रहा है, यदि वर्तमान में यही स्थिति बनी रही तो आने वाले समय में समाचार पत्रों का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा? आज नई …..

युवा पीढ़ी अपना यूट्यूब चैनल बना रहे हैं और लाखों रुपए महीने की कमाई कर रहे हैं, और स्वतंत्र रूप से किसी दबाव के बिना कार्य कर रहे हैं, मजेदार बात यह है कि आज हर व्यक्ति पत्रकार बन गया है कहीं पर भी कोई घटना घटती है मोबाइल में वीडियो बनाकर अपलोड कर देता है जिसे दुनिया में उसका नाम हो जाता है, इसका प्रत्यक्ष प्रमाण मुंबई महाराष्ट्र से लंदन जा रहे एयर इंडिया के दुर्घटना को एक युवक ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया था जिसे करोड़ों लोगों ने देखा, यही अब सोशल मीडिया की ताकत का प्रमाण है|शेष अगले अंग में भाग 2

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