चंपावत। रीठासाहिब। दुनिया में मीठे- रीठे के चमत्कार के लिए प्रसिद्ध गुरुद्वारा श्री रीठासाहिब में गुरु गोविंद सिंह महाराज का प्रकाशोत्सव अपूर्व श्रद्धा के साथ मनाया गया। गुरुद्वारा एवं दरबार साहिब को विशेष रूप से सजाया गया था । गुरु घर में श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पाठ की लड़ी शुरू हुई । यहां दिनभर लंगर चलता रहा। गुरुद्वारा प्रबंधक बाबा श्याम सिंह ने गुरु गोविंद सिंह के त्याग एवं उनके वीर पुत्रों के बलिदान कि लोगों को जानकारी देते हुए कहा कि सिख गुरुओं का जन्म ही परमार्थ के लिए हुआ है। उन्होंने गुरुद्वारा श्री रीठासाहिब के बारे में लोगों को बताया कि किस प्रकार गुरु नानक देव महाराज ने यहां अपने कदम रखकर अपनी आध्यात्मिक शक्ति के बल पर कड़वे रीठे में मिठास भर दिया था । आज दुनिया के लोग इसी चमत्कार को देखने यहां आते हैं। गुरुद्वारे के ग्रंथि सुरेंद्र सिंह, जसविंदर सिंह, जीवन सिंह, निर्मल सिंह, ने अरदास की । सुरेश कोहली उर्फ गौरी आदि तमाम युवा सेवा में लगे रहे ।