‘फैक्ट्री प्रबंधकों की तानाशाहीपूर्ण रवैया के कारण और कितनी मौतें होगी?’…
पंतनगर: इन्टरार्क बिल्डिंग प्रोडक्ट लिमिटेड में जबरिया 16 घंटे काम कराने के दौरान श्रमिक दुर्योधन शर्मा की दर्दनाक मौत!✍️ Ashok Gulati editor in chief/[प्रबंधन ने श्रमिक को बी के बाद रात्रि पाली में जबरिया रोक लिया। लगातार 16 घन्टे कार्य के दौरान सुबह करीब 5.30 बजे अचानक वे बेहोश हुए और अस्पताल में मृत घोषित हुए]|
औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल, पंतनगर स्थित इन्टरार्क बिल्डिंग प्रोडक्ट लिमिटेड में जबरिया 16 घंटे काम कराने के दौरान श्रमिक दुर्योधन शर्मा की दुखद मौत हो गयी। घटना से फैक्ट्री में हड़कम्प मच गया। जानकारी मिलने पर मृतक के परिजनों में भी कोहराम मच गया।
सूचना मिलने पर जिला अस्पताल पहुंचे आक्रोशित श्रमिकों का दिनभर लगातार संघर्ष चलता रहा। इस बीच नगर विधायक, सहायक श्रम आयुक्त, पुलिस अधिकारी भी पहुंचे। फिर भी प्रबंधन की हठधर्मिता बनी रही। अंततः 20 लाख रुपए के मुआवजे के समझौते पर मामला शांत हुआ। शोकाकुल मज़दूर और परिजन साथी की अंतिम क्रिया में लग गए।रुपए दाह संस्कार के लिए प्रबंधन ने दे भी दिया है।
ज्ञात हो कि इन्टरार्क कंपनी का ऊधम सिंह नगर में पंतनगर व किच्छा में दो प्लांट हैं। यहाँ प्रबंधन की मनमानियाँ और ज़्यादतियाँ लगातार बढ़ती जा रही हैं। कई मज़दूर निलंबित और बर्खास्त चल रहे हैं। प्रबंधन प्रशासन की मध्यस्थता में हुए पूर्व समझौतों को भी लागू नहीं कर रहा है। उल्टे मज़दूरों पर मनमाने काम का दबाव लगातार बढ़ाता जा रहा है। साथी दुर्योधन के मौत की घटना उसी का परिणाम है। इससे पूर्व रुद्रपुर के विधायक शिव अरोड़ा तत्काल अस्पताल पहुंचे, उन्होंने के प्रबंधन को बुलाकर फटकार लगाई और शीघ्र मुआवजा देने को कहा गया, विधायक जी के तेवर देखकर प्रबंधन में हड़कंप मच गया, 20 लाख रुपए के मुआवजा देने का ऐलान किया गया। बरहाल आए दिन प्रबंधकों की घोर लापरवाही तानाशाही के कारण आए दिन दुर्घटना घट रही है, श्रमिक मौत के मुंह में जा रहे है?