बिग ब्रेकिंग चंपावत : धाकड़ मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में ‘चिराग तले अंधेरा’..? ‘चौकीय मत’ यह सत्य है, एक आंदोलनकारी लघु सिंचाई खंड मैं रिश्वत न देने के कारण भुगतान के लिए दर-दर भटक रहा है! लाइव ✍️ Ashok Gulati editor in chief/सूरी पंत ब्यूरो चीफ एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

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”सीएम साहब’ सुनिए एक आंदोलनकारी नरेंद्र उत्तराखंडी की गाथा, लघु सिंचाई खंड के एक अधिकारी के ‘कमीशन खोरी’ के कारण ‘आत्महत्या’ करने को हो रहा है मजबूर ?…..

चंपावत : धाकड़ मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में ‘चिराग तले अंधेरा’..? ‘चौकीय मत’ यह सत्य है, एक आंदोलनकारी लघु सिंचाई विभाग मैं रिश्वत न देने के कारण अपने भुगतान के लिए दर-दर भटक रहा है! लाइव ✍️ Ashok Gulati editor in chief/सूरी पंत ब्यूरो चीफ एक्सक्लूसिव रिपोर्ट/”सीएम साहब’ सुनिए एक आंदोलनकारी नरेंद्र उत्तराखंडी की गाथा, लघु सिंचाई के एक अधिकारी के ‘कमीशन खोरी’ के कारण ‘आत्महत्या’ को हो रहा है मजबूर ? आपके विधानसभा क्षेत्र में आप की छवि खराब करने में लगे हैं यह भ्रष्ट अधिकारी लगातार आप की छवि को धूमिल कर रहे हैं, इनकी ऊपर तक पहुंच होने खुले आम मनमानी करने पर उतारू है, ताजा सनसनीखेज मामला एक आंदोलनकारी नरेंद्र उत्तराखंड का सामने आया है, नरेंद्र के मताबिक उन्होंने मुख्यमन्त्री, उत्तराखण्ड शासन-पत्र प्रेषित किया है जिसमें उन्होंने
चम्पावत के
जल जीवन मिशन एंव लघु सिचाई विभाग एवं अन्य राजकीय विभागो में हो रहे भ्रष्ट्राचार एंव
कमीशन खोरी को उजागर करने पर भष्ट्राचारियो द्वारा जान माल की धमकी दिये जाने के के लिए लिखा है, पत्र के मुताबिक….

चम्पावत जनपद में जल जीवन मिशन के कार्यों में उत्तराखण्ड पेयजल निगम, उत्तराखण्ड जल
सस्थान, लघु सिचाई विभाग चम्पावत एंव ग्रामिण निर्माण विभाग चम्पावत के द्वारा कई योजनाओ एंव
पेयजल योजनाओं की निविदायें मेरे नाम से स्वीकृत है। जिनमें मैने वर्ष 2022 से कार्य शुरू किया गया
जिनमे कुछ योजनाऐं पूर्ण हो गई थी कुछ में 75 % कार्य 2022-23 में पूर्ण हो गया लेकिन विभागीय
इन्जिनियर (JE) द्वारा अभि तक स्थलीय निरक्षण नही किया गया। और न कार्य का मापन किया गया है।
और न भुगतान हेतु देयक तैयार किये।
कुछ योजनाओं के बिना स्थलीय निरिक्षण के रनिगं विलो का भुगतान किया गया जिसमें मुझसे 12%
कमिशन माँगा गया। जो मैने नही दिया। उसके बाद न भुगतान किया और ना साईड में आकर (JE) द्वारा
तकनिकि जानकारी दी गई। विगत 02 वर्षो से विभाग द्वारा कई बार पत्र व्यवहार करने के बाद भी न कार्य
स्थल का निरिक्षण किया और न ही भुगतान। विभागो द्वारा अपनी कमी पर पर्दा डालने के लिए ठेकेदार को
काली सूचि में डालने की धमकी दी जा रही जा रही हैं।
विभागीय इजिनियरो एंव कर्माचारियो के ओडियो एंव बैंक स्टैटमैन्ट वायरल होने पर उक्त भष्ट्राचारियो द्वारा मौखिक एंव अन्य लोगो के माध्यम से जान माल का नुकसान एंव हमला करने की धमकी दी जा रही है। अतः विभागीय कमिशन खोरी एंव भष्ट्राचार के विरूद्ध शीघ्र कार्यवाही कर मुझे पुलिस सुरक्षा
उपलब्ध करायी जाए। नही की गई तो मैं शासन प्रशासन की उपेक्षा से आहत होकर आत्मदाह करने को मजबूर हो जाऊंगा जिसकी जिम्मेदारी इन भष्ट्र अधिकारियो एंव शासन प्रशासन की होगी ।
कानाकोट पेयजल योजना जनपद चम्पावत मे टेंक निर्माण 200000दो लाख मे थर्ड पार्टी के सुमित चंदौला. हेम पंगरिया एवं जल संस्थान चम्पावत के जूनियर इंजीनियर परमानन्द पुनेठा द्वारा ठेकेदार नरेंद्र उत्तराखंडी उर्फ़ हरीश शर्मा से कार्य मे कमियां बता कर 20000बीस हजार रूपये कमीशन मांगने का ऑडिओ

जल जीवन मिशन चम्पावत मे थर्ड पार्टी के इंजिनियर हेम पंगरिया एवं सुमित चंदौला द्वारा ठेकेदार नरेंद्र उत्तराखंडी उर्फ़ हरीश शर्मा से कमीशन खोरी के सम्बन्ध मे माफीनामा ऑडियो

लघु सिंचाई विभाग चम्पावत के सहायक अभियंता नंदन सिंह मलड़ा द्वारा दैवीय आपदा से क्षतिग्रस्त नौली चैक डैम मछीयाड ब्लाक पाटी जनपद चम्पावत के देयक तैयार करने के लिए एडवांस मे 05‌ पांच हजार अपने परिजनों के खाते मे डलवायें है,…..

वहीं दूसरी आंदोलनकारी का वीडियो वायरल होने के पश्चात जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया, जिलाधिकारी चंपावत तथा अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई खंड ने जांच के आदेश दिए दे दिए हैं, आंदोलनकारी नरेंद्र उत्तराखंडी ने आशु पूर्ण नेत्रोंसे बताया, राज्य के आदोलन के लिए अपनी पूरी जवानी लगा दी, और एक सपना था छोटा राज्य होने से विकास तथा भ्रष्टाचार से मुक्त होगा, परंतु सब कुछ उल्टा हो रहा है, इन भ्रष्टाचारियों ने देवभूमि को कलंकित कर दिया हैं, उन्होंने कहा कि आज मैंने भुगतान के बदले कमीशन नहीं दी, जिसका मुझे खामियाजा भुगतना पड़ रहा है, और मुझे जान से धमकी भी दी जा रही है, यदि मेरे साथ कोई हादसा होता है, इसकी पूरी जिम्मेवारी लघु सिंचाई खंड के अधिकारियों की होगी। बरहाल एक आंदोलनकारी कमीशन खोरी के चक्कर में कई वर्ष से भुगतान के लिए विभाग मैं चक्कर पर चक्कर लगा रहा है, परंतु उसका भुगतान नहीं हुआ है, आखिरकार उसने चेतावनी दी है अगर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो आत्महत्या को बाध्य होगा, इसकी पुरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। अब देखना यह है कि जिला मजिस्ट्रेट के जांच के आदेश के बाद क्या कार्रवाई होती हैं।

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