”गदरपुर में किसानों को ‘उड़द’ के घटिया बीज बेचने पर दो बीज भंडारों पर एफआईआर दर्ज की जाएगी,बीज भंडारों के लाइसेंस भी निरस्त किए जाएंगे”: मुख्य कृषि अधिकारी डॉ अभय सक्सैना … ……
रुद्रपुर: उधम सिंह नगर के लोकप्रिय तेज तर्रार मुख्य कृषि अधिकारी डॉ अभय सक्सैना ‘घटिया बीज’ बेचने वाले भंडार मालिकों के खिलाफ FIR, दर्ज करने के लिए एसएसपी को भेजा पत्र!✍️ Ashok Gulati editor in chief/किसानों को उड़द के घटिया बीज बेचने पर दो बीज भंडारों पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। मुख्य कृषि अधिकारी ने दोनों पर एफआईआर दर्ज करने के लिए एसएसपी को पत्र भेज दिया है। गदरपुर में किसानों को उड़द के घटिया बीज बेचने पर दो बीज भंडारों पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। मुख्य कृषि अधिकारी ने दोनों पर एफआईआर दर्ज करने के लिए एसएसपी को पत्र भेज दिया है। इसके साथ ही बीज भंडारों के लाइसेंस भी निरस्त किए जाएंगे। समरणीय है कि गदरपुर के किसानों ने बाजार से उड़द के पीयू-31 के बीज खरीदकर 100 एकड़ से अधिक भूमि पर बुआई की थी। बुआई के 70 दिन बाद भी उड़द की फसल में फल और फली ही नहीं आई थी। तराई किसान संगठन की ओर से 16 अक्तूबर को कृषि विभाग और जिला प्रशासन से शिकायत की गई थी। मुख्य कृषि अधिकारी ने पंतनगर विवि के वैज्ञानिकों का भ्रमण प्रभावित क्षेत्रों में कराया था।वैज्ञानिकों ने खेतों में लगी फसल पीयू-31 प्रजाति की होने से इन्कार कर दिया था लेकिन मामले में कार्रवाई नहीं होने पर किसानों ने 26 अक्तूबर को डीएम कार्यालय में खराब फसल के साथ धरना दिया था। मुख्य कृषि अधिकारी ने तीन दिन में कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था। उन्होंने डीएम और शासन को इस संबंध में आख्या भेजने की बात कही थी।
गौरतलब है कि तराई किसान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष बलविंदर सिंह विकास भवन में मुख्य कृषि अधिकारी कार्यालय पहुंचे थे। बलविंदर ने बताया कि मुख्य कृषि अधिकारी नहीं मिले थे। वहां मौजूद अन्य अधिकारियों ने इस मामले में विधिक कार्यवाही की प्रक्रिया करने की बात की है। वहीं मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. अभय सक्सेना ने कहा कि गदरपुर और बाजपुर के दो बीज भंडार मालिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए एसएसपी को पत्र भेजा गया है। एफआईआर के साथ ही लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई भी होगी।
धान तौल केंद्रों में मॉइश्चर मशीनों में विभिन्नता पर नाराजगी
बाजपुर में पूर्व दर्जा मंत्री राजेश कुमार ने किसानों के साथ सोमवार को मंडी समिति परिसर में लगे धान तौल केंद्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने तीन तौल केंद्रों पर धान मॉइश्चर मशीन में विभिन्नता आने पर नाराजगी जताई।
उन्होंने कहा कि किसानों को कोई दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। किसानों की समस्या को सीएम कार्यालय तक पहुंचाया जाएगा। मौके पर पहुंचे मंडी समिति सचिव कैलाश चंद शर्मा ने मॉइश्चर मशीन की तकनीकी खराबी को ठीक कराया जबकि लैब की मॉइश्चर इलेक्ट्रिक मशीन को बदल दिया गया। बताया कि क्षेत्र में अब तक कुल 39,741 क्विंटल धान की खरीद हो चुकी है। मार्केटिंग खाद्य निरीक्षक सुरभि ने बताया कि धान खरीद के एवज में किसानों को एक करोड़ 31 लाख रुपये का भुगतान किया जा चुका है। वहां किसान सुशील सिंघला, जसबीर सिंह, राकेश गुप्ता, प्रिंस ढिल्लो, जश्नदीप सिंह, अमित चौहान और कर्मजीत सिंह आदि रहे। इधर दूसरी और भंडार मालिकों पर FIR की सूचना मिलते ही हड़कंप मच गया है ।