‘सारी रात ग्रामीण ‘राम नाम जपते’ गुजर रहे हैं, ‘गला’ भी सूख गया है हाथियों को भागते – भागते, हाथियों का आतंक खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है, वही वन विभाग के अधिकारी चैन की बंसी बज रहे हैं बड़ी घटना के इंतजार मैं…
टनकपुर: [चंपावत] युवा लोकप्रिय सीएम साहब का विधानसभा क्षेत्र ‘हाथी की दस्तक’ ग्रामीणों में दहशत, वन विभाग कर्मी बड़ी घटना के इंतजार मैं ‘टिक टिक्की’ लगाए बैठे हैं!✍️ अशोक गुलाटी editor-in-chief ग्राउंड जीरो से लाइव / मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की विधानसभा चंपावत के टनकपुर तहसील के अंतर्गत आने वाली ग्राम सभा छिनी गोठ में लगातार हाथियों का आतंक बढ़ता हुआ जा रहा है पूरे ग्राम सभा में हाथी मचा रहा है. आतंक जिससे ग्रामीण वन विभाग से नाराज है और उनका कहना है कि कई बार हमने ज्ञापन देते जा रहे हैं पर कोई भी सुनवाई नहीं हो रही है जिससे ग्रामीणों में जबरदस्त गुस्सा है , क्षेत्र में लगातार हाथियों का आतंक बढ़ता है कोई अधिकारी सुध लेने वाला नहीं है मीडिया भी यहां पर को कवरेज करने आ रही है और अपने टीवी चैनल और अखबारों के माध्यम से खबरें छप रही है इस क्षेत्र की पर अभी तक कहीं से कोई रिस्पांस नहीं आया है, ग्राम वासी दोहरी मार झेल रहे हैं एक तरफ हाथी का आतंक, दूसरी तरफ खेतों का नुकसान हो रहा है, युवा मुख्यमंत्री के क्षेत्र होने के कारण गांव वालों को काफी आशा थी परंतु वन विभाग के अधिकारी मुख्यमंत्री की छवि धूमल करने में लगे हुए ,हैं इस क्षेत्र के तेज तर्रार लोकप्रिय युवा पत्रकार एवं समाजसेवी नवीन भट्ट का कहना है कि क्षेत्र के लिए सोलर फेंसिंग अति आवश्यक है, तत्काल लगाना चाहिए , उन्होंने मुख्यमंत्री को प्रेषित पत्र में कहा है आप विधानसभा की विधायक और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री है, आपका कहना है कि चंपावत जिले को आदर्श चंपावत बनाया जाएगा, हम मानते हैं कि चंपावत जिला एक आदर्श चंपावत जिले की ओर बढ़ रहा है , परंतु यह गांव हाथी के आतंक से जूझ रहा है, इसके अलावा इस क्षेत्र में सबसे पहली समस्या तो सोलर फेंसिंग की है, और दूसरी समस्या बाढ़ सुरक्षा दीवार की है, युवा पत्रकार का कहना था कि इस ग्राम सभा की ओर भी देखिए, हमें लगता है कि यहां की जो वन अधिकारी है वह ‘कुंभकरण की नींद’ सोए हुए हैं ,कई बार कॉल भी किया है पर फोन उठते ही नहीं है, यदि उठा लिया तो यह कहकर अपना पल्लू झाड़ लेते हैं टीम को भेज रहे हैं, एक माह हो गए परंतु टीम का अभी तक कोईअता-पता नहीं है, 1 माह से अधिक आतंक हाथियों का है , परंतु वन विभाग की टीम कहां है , हाथियों के आतंक से लोगों का काफी नुकसान पहुंचा है, हाथी भागने में ग्रामीण पूरी रात ढोल पीट रहे हैं रहे है, समाचार लिखे जाने तक ग्रामीण रवि जोशी, पवन जोशी, जानकी देवी, निर्मला देवी, शांति देवी, रमेश जोशी, आशीष जोशी, हिमांशु, भुवन तिवारी, गौरव पाठक, मीना तिवारी और अन्य ग्रामीण ढोल बजाकर हाथी को भगा रहे थे। वहीं वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी चैन की बंसी बजा रहे हैं।