Big breaking टनकपुर:[ चंपावत] ‘सीएम साहब’ आपके विधानसभा क्षेत्र में एक महीने से ‘हाथियों का आतंक,’गनीमत है कि 48 घंटे में हाथी नहीं आया, परंतु एक माह से वन विभाग के कर्मचारी ‘कुंभकर्णी नींद’ में ‘मस्त ‘!🥺 ‘चौंकिये मत’ ‘राम- नाम जपते’ रात गुजर रहे है ग्रामीण!✍️ अशोक गुलाटी editor-in-chief Exclusive

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‘विगत एक माह से हाथियों का आतंक’, 48 घंटे में फिलहाल हाथी नहीं आया है, परंतु एक माह से वन विभाग के कर्मचारी झांकने तक नहीं आए, पूरी रात ग्रामीण डर व आतंक से जी रहे हैं [यह फोटो जो niche दे रहे हैं टांडा जंगल हल्द्वानी रामपुर बेल बाबा जंगल की है जो वन कर्मी देर रात गश्त कर रहे हैं ]..

टनकपुर:[ चंपावत] ‘सीएम साहब’ आपके विधानसभा क्षेत्र में एक महीने से ‘हाथियों का आतंक,’48 घंटे में न हाथी आया, नाही वन विभाग के कर्मचारी, ‘चौंकिये मत’ ‘राम- नाम जपते’ रात गुजर रहे है ग्रामीण!✍️ अशोक गुलाटी editor-in-chief Exclusive% ध्यान देने की बात यह है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की विधानसभा चंपावत के टनकपुर तहसील के अंतर्गत आने वाली ग्राम सभा छिनी गोठ में हाथियों ने मचाया आतंक वन विभाग गहरी नींद में सो रहा है कॉल करने के बाद तमाम मटली कर रहे हैं वन विभाग कवि कबाड़ तो फोन भी नहीं रिसीव कर रहे हैं विगत 1 महीने से हाथी लगातार इस क्षेत्र में आतंक मचा रहा है लोगों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है । शाम होते ही सुबह तक गांव में आतंक मचा रहा हाथी लोगों के खेतों में काफी नुकसान देखने को मिल रहा है , गांव वाले। पूरी रात ढोल पीट कर सारी रात गुजारते हैं, हाथी का आतंक इस कदर है कि एक दो बीघा जमीन तो किसी की चार-चार-पांच बीघा जमीन हाथी नष्ट कर रहा है फोन करने के बाद भी वन विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंच पा रही है यह बहुत ही निंदा की बात है की क्षेत्र में हाथी घुसा हुआ है कहीं ना कहीं वन विभाग की इसमें लापरवाही देखने को मिल रही है इस गांव में कभी ऐसा ना हो कि हाथी से किसी को नुकसान ना हो पर वन विभाग सोया हुआ है कई बार मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय वन विभाग को और जिले में भी ज्ञापन दिया हैअभी तक किसी ने इस मामले में संज्ञान नहीं लिया है। अधिकारी बड़ी घटना के इंतजार में हाथ पैर हाथ धरे बैठे हुए हैं। इस संदर्भ में डीएफओ को भी अवगत करवाया गया, परंतु उन्होंने कई कार्यवाही नहीं की। लगता है अधिकारियों को मुख्यमंत्री का डर नहीं है। युवा पत्रकार एवं समाजसेवी नवीन भट्ट का कहना है कि ग्रामीण पूरी रात राम नाम जपते हुए गुजर रहे हैं, और ढोल पीट कर हाथियों को भागने का प्रयास कर रहे हैं। अधिकारियों की लापरवाही निकम्मापन के कारण ग्रामीणों में जबरदस्त रोष व्याप्त है। मजेदार बात यह है कि विगत 48 घंटे से हाथी नहीं आया है, परंतु अधिकारी 1 महीने से आने का कष्ट ही नहीं किया। युवा पत्रकार नवीन भट्ट का कहना है कि भगवान की कृपा से 48 घंटे में हाथी नहीं आया है, परंतु वन विभाग के अधिकारी सहित कर्मचारी 1 माह से नहीं आए। जब कि ग्रामीण पुरी रात हाथी के आतंक के चलते छत पर पहरा दे रहे हैं।

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