नई दिल्ली: ब्यूरो IAS कोचिंग सेंटर में पानी घुसा, 🥺तीन स्टूडेंट्स की दर्दनाक मौत, कोचिंग सेंटर के मालिक को पुलिस ने गिरफ्तार किया, ✔️अवैध रूप से चल रहा था कोचिंग! जानकारी के मुताबिक दिल्ली IAS कोचिंग सेंटर हादसे में बड़ी लापरवाही सामने आई है वह यह है की जिस बिल्डिंग में यह हादसा हुआ है, उसके बेसमेंट में अवैध तरीके के कोचिंग सेंटर चल रहे थे जबकि इसकी इजाजत नहीं थी. बेसमेंट में बिना परमिशन के लाइब्रेरी चल रही थी, जो कानूनन सही नहीं था. जिस बेसमेंट में घटना घटी, उसका इस्तेमाल स्टोरेज पर्पस के लिए था लेकिन यहां लाइब्रेरी बनाई गई थी. बच्चे यहां पढ़ाई करते थे।पुलिस ने कोचिंग सेंटर के मालिक अभिषेक गुप्ता और कोऑर्डिनेटर देश पाल को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. बीएनएस की धारा 105,106(1),152,290 और 35 के तहत दर्ज मामला दर्ज किया गया, बता दें की इस हादसे में 3 स्टूडेंड ने अपनी जान गंवाई थी।फायर एनओसी के मुताबिक, एक बेसमेंट को स्टोरेज बनाने की इजाजत दी गई थी. दूसरे को पार्किंग के तौर पर इस्तेमाल करना था. जबकि बेसमेंट में लाइब्रेरी बनाई गई थी. मतलब साफ है कि लाइब्रेरी बनाकर नियमों का उलंघन किया गया. हालांकि, इस मामले में कोचिंग सेंटर के मालिक अभिषेक गुप्ता और कोऑर्डिनेटर देशपाल को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. बीएनएस की धारा 105,106(1),152,290 और 35 के तहत दर्ज मामला दर्ज किया गया है. कोचिंग सेंटर का मैनेजमेंट, सिविक एजेंसी के लोग भी जांच के दायरे में हैं।
ओल्ड राजेंद्र नगर कोचिंग घटना पर दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने कहा, कल बहुत ही दुखद घटना हुई. मुझे जैसे ही घटना की जानकारी मिली, मैं तुरंत घटनास्थल पर पहुंचीं. वहां पर एनडीआरएफ की टीम बचाव अभियान कर रही थी. दुख की बात है कि इस घटना में तीन बच्चों की मौत हो गई. मैंने एमसीडी के कमिश्नर को एक पत्र लिखा है. इसमें मैंने कहा कि एमसीडी के अधिकार क्षेत्र में जो संस्थान आते हैं और वहां पर गैरकानूनी तरीके से बेसमेंट में जो कोचिंग सेंटर चल रहे हैं, उस पर सख्त कार्रवाई की जाए।
उन्होंने कहा कि इस मामले में अगर एमसीडी के अधिकारी शामिल हैं तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई हो. अगर ऐसे गैर कानूनी तरीके से कोचिंग सेंटर चल रहे हैं तो उस पर कार्रवाई होगी और अधिकारी पर भी कार्रवाई होगी. शैली ने आगे कहा कि बिल्डिंग का कंप्लीशन सर्टिफिकेट 2021 में मिला था. इसमें भी साफ लिखा है बेसमेंट में बस पार्किंग और स्टोरेज हो सकता है. मतलब बेसमेंट में लाइब्रेरी अवैध रूप से चल रही थी. दिल्ली कोचिंग हादसे पर सियासत भी तेज हो गई है. AAP और बीजेपी में दोनों एक दूसरे पर हमलावर हैं।
दिल्ली कोचिंग सेंटर हादसे में तीन छात्रों की मौत
दिल्ली कोचिंग सेंटर हादसे में तीन छात्रों की मौत हो गई. मृतक तीनों स्टूडेंट्स की पहचान श्रेया, तान्या और नेविन के रूप में हुई है. श्रेया यूपी के अंबेडकरनगर की रहने वाली थी. तान्या सोनी तेलंगाना की और मृतक छात्र नेविन डालविन केरल का रहने वाला था. दरअसल, दिल्ली में शनिवार शाम को जबरदस्त बारिश हुई. बारिश का पानी अचानक से कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में आ गया. 10 मिनट में बेसमेंट पूरा पानी भर गया. लाइब्रेरी में पढ़ रहे ये तीनों स्टूडेंट फंस गए और इनकी जान चली गई।दरअसल, दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित सिविल सर्विस की तैयारी कराने वाले राव आईएएस स्टडी सेंटर के बेसमेंट की लाइब्रेरी में पानी भरने से दो छात्राओं व एक छात्र की मौत हो गई। मूसलाधार बारिश के चलते मुख्य रोड पर पानी भर गया और तल नीचे होने से ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित सेंटर के बेसमेंट में भी पानी भरने लगा। इस दौरान पढ़ाई कर रहे प्रतियोगी छात्र-छात्राएं जान बचाने के लिए सीढ़ी के रास्ते भागने लगे।इस बीच कई छात्र-छात्राएं वहां फंस गए। इनमें से तीन की मौत हो गई। एक छात्रा की पहचान तेलंगाना की तान्या के रूप में हुई है। दो अन्य की भी पहचान हो गई है। इनमें नेविन डालविन और श्रेया यादव थी। नेविन केरल का रहने वाला था। वह जेएनयू से पीएचडी भी कर रहा था। करीब आठ महीने से वह सिविल सर्विस की तैयारी कर रहा था। श्रेया यादव यूपी के अंबेडकर नगर की रहने वाली थी। पुलिस ने उनके परिवारों को सूचित कर दिया गया है।चश्मदीद छात्र नकुल ने बताया कि करीब 35 छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर रहे थे। अचानक बारिश के बाद पानी आया तो सब घबरा गए। शुरुआत में धीरे-धीरे पानी आया, लेकिन इसके बाद फौरन सीढ़ियों से पानी का तेज बहाव आने लगा। देखते ही देखते पूरा बेसमेंट फुल हो गया।पुलिस अधिकारियों के अनुसार, शनिवार शाम करीब 6:30 बजे हुए हादसे के वक्त बेसमेंट में करीब 35 छात्र-छात्राएं थे। सेंटर प्रबंधन ने शुरुआत में खुद ही बचाव के प्रयास किए, मगर पानी तेजी से भरने लगा तो पुलिस व दमकल विभाग को सूचना दी गई। करीब सात बजे बचाव दल पहुंच गया। अंधेरा होने के चलते बचाव कार्य में खासी परेशनी हुई।स्टडी सेंटर के छात्रों का कहना था कि यहां पानी भरने का मामला कोई नया नहीं है। इससे पहले हुई बारिश के दौरान पार्किंग में कई बार पानी भर चुका था। कई बार थोड़ा पानी बेसमेंट में भी आ गया था। इसके बावजूद स्टडी सेंटर प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।स्टडी सेंटर में ….
पढ़ाई करने वाले छात्र शिवम ने बताया कि बेसमेंट में लाइब्रेरी के अलावा एक छोटा सा क्लासरूम बना हुआ है। यहां टीचर छात्रों की समस्यों को दूर करते हैं। बेसमेंट में आने और जाने के लिए एक ही रास्ता है। यहां पर बायोमैट्रिक सिस्टम भी लगा हुआ है। करीब 400 गज की इमारत में बेसमेंट के अलावा ग्राउंड फ्लोर पर पार्किंग और ऊपर चार मंजिल इमारत बनी हुई है। यहां क्लास के अलावा बाकी स्टूडियो और दूसरे कमरे बने हुए हैं।
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