💥आज मुख्यमंत्री द्वारा क्षेत्र में हुए नुकसान के स्थलीय निरीक्षण से पीड़ितों की आस जगी?
[बर्बादी का मंजर]
खटीमा: आपदा की बारिश ने मचाया हाहाकार! 😯लोगों की बर्बादी उन्हीं की जुबानी सुनिए@ ✍️गुड्डू खान की वार्ड नंबर 5 से ग्राउंड जीरो की :> रिपोर्ट / आपदा की बारिश ने मचाया हाहाकार आपको बता चले की खटीमा में बारिश में इस तरह से लोगों को बर्बाद किया है, इस तबाही ने कई लोग बर्बादी के कागर पर पहुंच गए हैं, महिलाएं रोती वह बिलखती मिली, वही अगर शासन प्रशासन की बात की जाए किसी अधिकारी ने गरीबों की झोपड़ी में आने का कष्ट नहीं उठाया वही देखा जाए , चंद नेता ने वार्ड नंबर 5 से मुंह फेर लिया, आने वाले नगर पालिका चुनाव में जो नेता जिस वार्ड के दावेदार हैं अपने वार्डों में मदद जरूर की; परंतु खटीमा वार्ड नंबर . दो व 5 का तो हाल बताने लायक नहीं है कि वहां की क्या दुर्दशा हुई है लोगों के घरों में साढे 5 फीट पानी व सड़क पर सात से- 8 फीट पानी मौजूद था, वही लोग खाने-पीने की वस्तुओं के लिए तरस गए थे, मगर उनको देखने वाला कोई नहीं था |स्थानीय जनता का कहना था कि नेता वोट लेने तक ही है। नेताजी आए अखबार चैनलों में फोटो खींच कर चले गए। कोई भी इस वार्ड के नागरिकों की मदद नहीं मिली है इलेक्शन के टाइम पर नेताजी आते हैं हाथ जोड़कर बड़े-बड़े वादे करते हैं और चले जाते हैं क्या यही जनता की सेवा होती है क्या यही बोट का महत्व होता है आखिर जनता की भावनाओं को क्यों नहीं समझते हैं धूप में बारिश में गर्मी में लोग लाइन में लग करके वोट देते हैं ,फिर भी उनके साथ ऐसा सौतेला व्यवहार किया जाता है ?यह शर्मनाक बात है। शीघ्र ही नगरपालिका के चुनाव होंगे नेताओं को सबक सिखाएंगे। क्या हम वोट देने तक ही सीमित हैं। हमारा सब कुछ बर्बाद हो गया है हमें शासन प्रशासन की तरफ से कोई भी मदद नहीं मिली है। ना ही नेताजी, अफसर इस वार्ड में पहुंचने का कष्ट किया है| …….
बरहाल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के गृह क्षेत्र होने के कारण आज उन्होंने वर्षा से प्रभावित स्थलों का दौरा किया है। और अधिकारियों को निर्देश दिया है प्रभावित के लोगों की हर मदद की जाए। ध्यान देने की बात यह है कि अब देखना यह होगा मुख्यमंत्री के आदेश पर अधिकारी कितनी मदद करते हैं। प्रभावित लोग नेत्र पूर्ण आंखों से टिक टिक्की लगाएं सहायता का इंतजार देख रहे हैं?