चंपावत 18 जून l विशेष संवाददाता
सभी विभागों को लक्ष्य एवं डाटा आधारित विकास की नई कार्य संस्कृति विकसित करनी होगी।
सरकारी धन को खर्च करने से आम लोगों को क्या लाभ मिला? इसकी भी समीक्षा किया जाना जरूरी –
विकास के मायने केवल धन खर्च करना ही नहीं बल्कि जिनके लिए यह कार्य किए गए हैं, उससे उन लोगों को कितना लाभ मिला है, इसे लक्ष्य बनाते हुए ही विकास का स्वरूप तैयार किया जाना चाहिए। हमारे विकास की हर परिकल्पना के पीछे रोजगार एवं स्थानीय जरूरतों एवं प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि की भावना को शामिल किया जाना चाहिए।
यह बात राज्य सेतु आयोग के उपाध्यक्ष राजशेखर जोशी ने जिला कार्यालय सभागार चंपावत में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में कही। लक्ष्य आधारित विकास को अधिकारियों द्वारा अपनी कार्य संस्कृति बनाने पर जोर देते हुए श्री जोशी ने कहा, हर विकास का डाटा रखा जाना चाहिए। चंपावत को हिमालयी राज्यों का मॉडल जिला बनाने के लिए अपने अनुभव साझा करते हुए उन्होंने कहा कि हर कार्य में आधुनिक ज्ञान विज्ञान व तकनीकी का समावेश करने के बाद किसी भी योजना व कार्यक्रम को संचालित करने के बाद अनिवार्य रूप से इस बात की समीक्षा की जानी चाहिए कि योजना का क्या प्रभाव पड़ा है। उन्होंने खाद्यान्न के स्थान पर नगदी फसलों के उत्पादन को बढ़ावा देने, सौर ऊर्जा का अत्यधिक दोहन करने, सड़क जैसी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने तथा जल एवं पर्यावरण संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल करने पर जोर दिया। उन्होंने जिला योजना को मजबूत कर उसे व्यवहारिक जनोपयोगी बनाने की आवश्यकता पर विशेष बल दिया तथा हर योजना का मास्टर प्लान तैयार करने का निर्देश भी दिए। श्री जोशी ने उच्च शिक्षा में कौशल विकास की आवश्यकता बताते हुए इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि जिलाधिकारी नवनीत पांडे के नेतृत्व में जिले के अधिकारियों की पूरी टीम एक मिशन को लेकर कार्य कर रही है। सेतु आयोग हर स्तर पर जिले के नियोजन एवं संयोजन में पूर्ण सहयोग करेगा।
जनपद चंपावत को आदर्श जनपद बनाए जाने के लिए विभिन्न विभागों के साथ ही राष्ट्रीय स्तर की विभिन्न एजेंसियों के साथ आपसी सहयोग से कार्य किया जाएगा
माननीय उपाध्यक्ष सेतु/ राज्य आयोग श्री राजशेखर जोशी के अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में आदर्श चंपावत के तहत संचालित योजनाओं और प्रस्तावित कार्यक्रमों के साथ ही विभागीय कार्य योजना की समीक्षा बैठक संपन्न हुई।
जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने जनपद आगमन पर मा. उपाध्यक्ष का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।
बैठक के दौरान मा. उपाध्यक्ष श्री जोशी ने कहा कि जनपद चंपावत को आदर्श जनपद बनाए जाने हेतु सेतु/राज्य योजना आयोग पूर्ण सहयोग प्रदान करेगा। इस हेतु विभिन्न विभागों के साथ ही राष्ट्रीय स्तर की विभिन्न एजेंसियों, वैज्ञानिक संस्थान के सहयोग के साथ आपसी सहयोग से कार्य किया जाएगा।
श्री जोशी ने कहा की किसी भी विकास के लिए उससे सम्बन्धित आंकड़ों की जानकारी का होना महत्वपूर्ण है। डेटाबेस से ही हम एक बेहतर नीति तैयार कर सकते हैं। इस हेतु तकनीकी का होना भी आवश्यकीय है। तकनीकी के बिना बेहतर विकास संभव नहीं है। कार्यों की शत प्रतिशत सफलता के लिए लक्ष्य का निर्धारण हो उसी के अनुरूप योजना पर कार्य हो। ग्राम स्तर से लेकर विकासखंड, जिला स्तर पर प्रस्ताव तैयार करने के साथ ही ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों को उनकी क्षमता विकास हेतु समय-समय पर प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन आवश्यकीय है। जिले की आर्थिकी को बड़ाए जाने हेतु कृषि, औद्यानिकी व दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में विशेष प्रस्ताव तैयार करते हुए इस क्षेत्र को बढ़ावा देने हेतु किसानो के मध्य जाकर विशेषज्ञ व वैज्ञानिक संवाद करें। उन्नतशील खेती को बड़ाए जाने हेतु बेहतर से बेहतर प्लान तैयार किए जाएं। पारंपरिक खेती के साथ-साथ आधुनिक खेती को भी बढ़ाया जाए। कृषि, औद्यानिकी के क्षेत्र में योजना तैयार कर कार्य किए जाएं।
बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा वर्तमान में उनके विभाग द्वारा चंपावत जिले के में कराए जा रहे महत्वपूर्ण कार्यों के बारे में जानकारी दी तथा विभिन्न सुझाव माननीय उपाध्यक्ष के सम्मुख रखें।
जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे द्वारा विजन- 2030 के तहत आदर्श चंपावत हेतु किए जा रहे महत्वपूर्ण कार्यों तथा भविष्य की कार्य योजना व प्रस्तावित परियोजनाओं के बारे में प्रस्तुतिकरण के माध्यम से अवगत कराया तथा विभिन्न सुझाव मा0 उपाध्यक्ष के सम्मुख रखे।
इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा की चंपावत जिला प्राकृतिक सौंदर्यता से भरपूर है। यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं है। इसी के दृष्टिगत यहां अनेक कार्य कराए जा रहे हैं। जिसमें जिम कार्बेट ट्रेल का निर्माण, पूर्णागिरी मंदिर धाम जहां वर्ष भर में लगभग 40 लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। उसी के मध्यनजर शारदा कोरिडोर का निर्माण कराया जा रहा है। मानस खंड मंदिर माला मिशन अंतर्गत विभिन्न मंदिरों का सौंदर्यकरण व अवस्थापना विकास का कार्य कराए जा रहे है।
जिलाधिकारी ने कहा की स्थानीय लोगों की आर्थिकी को मजबूत किए जाने हेतु पर्यटन के साथ ही कृषि, औद्यानिकी, मत्स्य, रेशम, जड़ी बूटी, भेषज आदि के क्षेत्र में योजनाएं तैयार करुस्के अनुरूप कार्य किए जा रहे हैं।
इस संबंध में मा0 उपाध्यक्ष श्री जोशी ने की जिले की आर्थिक गतिविधियों को बेहतर करने उसे बड़ाए जाने हेतु अच्छे प्रस्ताव रखें जाए।
बैठक में सेतु के निदेशक डॉ मनोज पंत द्वारा सतत विकास में
विभिन्न सेक्टर, शहरी विकास, सामाजिक विकास, मानव विकास, आर्थिक विकास के विभिन्न जिला स्तरीय संकेतक फ्रेमवर्क के बारे में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि 2030 तक जनपद चंपावत आदर्श जिला बनाए जाने हेतु नीति निर्माण में संकेतकों के मध्यकालीन, दीर्घकालिक लक्ष्य निर्धारित करने हेतु कार्य किया जाए।
बैठक में वर्चुअल माध्यम से आदर्श चंपावत हेतु नोडल एजेंसी यू कास्ट के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रहलाद सिंह अधिकारी द्वारा आदर्श चंपावत हेतु यू कास्ट के माध्यम से किए जा रहे विभिन्न कार्यों तथा परियोजनाओं तथा आगामी समय में चंपावत के विकास हेतु तैयार किए जा प्रस्तावों के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा विभिन्न वैज्ञानिक संस्थाओं के माध्यम से तैयार प्रस्तावों के बारे में अवगत कराया।
बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी आर सी कांडपाल,मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार सिंह,सीएमओ डॉ के के अग्रवाल, जिला विकास अधिकारी दिनेश दिगारी, मुख्य कृषि अधिकारी जीएस भंडारी, जिला उद्यान अधिकारी टीएन पांडे आदि सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।