चंपावत 💥जल संरक्षण और संवर्धन के लिए जन सहभागिता है बेहद महत्वपूर्ण, प्रत्येक व्यक्ति को जल संचय और संवर्धन के प्रति अपनी व्यक्तिगत जिम्मेदारी समझते हुए कार्य करना होगा : मुख्यमंत्री ✍️ Ashok Gulati editor in chief

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चंपावत 💥जल संरक्षण और संवर्धन के लिए जन सहभागिता है बेहद महत्वपूर्ण, प्रत्येक व्यक्ति को जल संचय और संवर्धन के प्रति अपनी व्यक्तिगत जिम्मेदारी समझते हुए कार्य करना होगा : मुख्यमंत्री ✍️ Ashok Gulati editor in chief / स्प्रिंग एंड रिवर रिज्यूविनेशन प्राधिकरण (sarra) अंतर्गत जल उत्सव- 2024 का शुभारंभ मुख्यमंत्री पुष्कर सह सिंह धामी द्वारा ग्राम पंचायत कालूवाला देहरादून से किया गया। जिसमें वर्चुअल माध्यम से सभी जनपद के जिलाधिकारी भी जुड़े रहे।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री श्री धामी ने कालूवाला नदी(सौंग नदी) के बाएं पार्श्व पर पौधारोपण भी किया।
अपने संबोधन में श्री धामी ने कहा कि जल संचय व जल संरक्षण अभियान बिना जन सहयोग से संभव नहीं है।
उन्होंने कहा कि हमें आज से और अभी से जल और जंगल को बचाने के प्रयास करने होंगे, ताकि हम अपनी आने वाली पीढ़ी को विरासत में जल और जंगल दे पाए। पूरे विश्व में जल संकट एक महत्वपूर्ण समस्या बनता जा रहा है। हम सभी को पानी के संचय करना होगा साथ ही प्रत्येक को जल संरक्षण और संवर्धन के प्रति जागरूक करना होगा। यह केवल तभी संभव है जब हम सब मिलकर अपनी इसे व्यक्तिगत जिम्मेदारी समझते हुए इसमें कार्य करेंगे।
उत्तराखंड में सदानीरा नदी, नौले, गाड़- गधेरे और धारे हैं बस इन्हें विलुप्त होने से बचाने और संजोने की आवश्यकता है।
प्राकृतिक जल स्रोत सूखते जा रहे हैं, यह बेहद चिंताजनक विषय है, इसीलिए प्रत्येक व्यक्ति को एक पेड़ लगाने की आवश्यकता है ताकि संसाधनों का संरक्षण हो सके। जल स्रोतों को पुनर्जीवित करने के अभियान में जन सहभागिता से ही यह कार्यक्रम सफल होगा। श्री धामी ने प्राकृतिक जल स्रोतों को बचाने के साथ-साथ अधिक से अधिक संख्या में पेड़ पौधे लगाने की अपील की। उन्होंने कहा आज ग्लोबल वार्मिंग के चलते हमारे प्राकृतिक जल स्रोत सूखते जा रहे हैं, जिन्हें पेड़ लगाकर पुनर्जीवित किया जा सकता है।
देहरादून से पर्यटन एवं ….

सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज, कृषि एवं वन मंत्री सुबोध उनियाल, अपर सचिव आनंद वर्धन, शैलेश बगौली सहित जनपद चंपावत जिलाधिकारी नवनीत पांडे, डीपीआरओ रामपाल सिंह जुड़े रहे।

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