चंपावत 28 मई 2024|[विशेष संवाददाता]
जिलाधिकारी नवनीत पांडे की अध्यक्षता में महिला कल्याण,बाल विकास एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अंतर्गत जनपद स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक संपन्न हुई। बैठक में जिला बाल कल्याण समिति की बैठक में समीक्षा करते हुए बाल एवं महिला अपराध आदि की समीक्षा की। जिलाधिकारी द्वारा महिला/बालिकाओं के कल्याण हेतु बाल विकास विभाग द्वारा चलाई जारी विभिन्न योजनाओं की जानकारी व किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी से जानकारी ली कि जनपद में बाल अपराध से संबंधित अधिकतम मामले किस प्रकार के प्राप्त होते हैं, जिस पर जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं समिति के सदस्यों द्वारा अवगत कराया कि जनपद में अधिकतम मामले पोक्सो से संबंधित आते हैं, जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि अधिक से अधिक को इससे संबंधित जागरूक करें ताकि महिला अपराधों की संख्या में कमी आए। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि विभाग तथा समिति बाल एवं महिला कल्याण के क्षेत्र में कार्य करें और महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करें। उन्होंने महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करते हुए महिला/बालिका उत्थान के लिए जिला स्तरीय कमेटी को करियर काउंसलिंग, कोचिंग, खेलकूद, आत्मरक्षा प्रशिक्षण, कंप्यूटर प्रशिक्षण आदि देने को कहा। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडल के रूप में बनाने को कहा और आंगनबाड़ी केंद्रों में अधिक से अधिक बच्चों को प्रवेश दिलाते हुए बेहतर शिक्षा के साथ ही बेहतर पोषण उपलब्ध कराए। उन्होंने वन स्टॉप सेंटर की समीक्षा करते हुए घरेलू हिंसा के केशों के बारे में जानकारी ली और निर्देश दिए कि प्रयास रहे कि जनपद में घरेलू हिंसा के केश न्यून हो, इस हेतु कार्य करें।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ योजनान्तर्गत बालिकाओं हेतु कम्प्यूटर प्रशिक्षण कार्यक्रम का विस्तार किया जाए तथा इस बार जनपद के जीजीआईसी में कम्प्यूटर प्रशिक्षण प्रस्तावित करना सुनिश्चित करें, बालिका विद्यालयों एवं बालिका छात्रावास में प्रोफेसनल काउंसलर के माध्यम से फिजिकल या वर्चुअल करियर काउंसलिंग, मेंटल हेल्थ काउंसलिंग कराने के निर्देश दिए, जिसके लिए जिला सेवायोजन विभाग के माध्यम से प्रोफेसनल काउंसलर की सूची उपलब्ध कराने तथा करियर काउंसलिंग के साथ एप्टिट्यूट टैस्ट कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी को जिला पुस्तकालय में वर्चुअल करियर काउंसलिंग या डाउट किलियर सैशन का आयोजन करने के लिए एक एलईडी स्क्रीन लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने जनपद के बाल लिंगानुपाल की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए, जिससे जनपद में बाल लिंगानुपाल की क्या स्थिति है की सटीक जानकारी मिल सकें। एक्सपोजर विजिट में बालिकाओं को अच्छे संस्थानों का विजिट कराने के निर्देश दिए ताकि छात्राओं को आगे की शिक्षा/रोजगापरक क्षेत्रों की जानकारी हो सके। बालिकाओं/महिलाओं के लिए स्थानीय फल संरक्षण करने हेतु फल प्रसंस्करण का प्रशिक्षण आरसेटी के माध्यम से कराने के निर्देश दिए। सामाजिक कैलेंडर (स्थानीय मेलों/त्योहारों आदि) के आधार में जागरूकता कार्यक्रम हेतु मासिक रोस्टर तैयार कर शिविर का आयोजन करने के निर्देश दिए। जिससे अधिक से अधिक लोगों को विभागीय योजनाओं का लाभ मिल सके। उन्होंने नर्सिंग कालेज में अध्ययनरत बालिकाओं से वार्ता कर उनके शैक्षिक विषय पर आवश्यकतानुसार कार्यशाला का आयोजन करने के निर्देश दिए गए।
ऐसे आंगनवाड़ी केन्द्रों को चिंहित करने के निर्देश दिए जहां छात्र संख्या अधिक है तथा केन्द्र बहुत अच्छी तरह से संचालित हो रहा हो की डॉक्यूमेंट्री तैयार करने को कहा।
जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को खनन क्षेत्रों में सचल आंगनबाड़ी केन्द्रों का निर्माण करने के निर्देश दिए ताकि खनन क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों के बच्चों को आंगनवाड़ी केन्द्र द्वारा मिलने वाली सुविधाओं का लाभ मिल सके।
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि चाइल्ड हेल्पलाइन में 76 मामले प्राप्त हुए जिसमें से 71 का निस्तारण कर दिया गया है। डीएम ने कहा कि यह प्रभावी रूप से कार्य करे।
सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भवदीप रावत, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति सुधीर साह, सदस्य राजू गड़कोटी, आनंदी अधिकारी, मनोज तिवारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी एमएस बिष्ट,सीओ वंदना वर्मा,एसीएमओ डॉ इंद्रजीत पाण्डे जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेंद्र बिष्ट आदि मौजूद रहे।