नई दिल्ली:👩❤️👨शाहदरा जिले के विवेक विहार में बच्चों के अस्पताल में आग लग गई। हादसे में सात नवजात बच्चों की मौत हो गई है। अस्पताल से 12 नवजात बच्चों का रेस्क्यू किया गया था। इस हादसे में पांच अन्य नवजात बच्चे जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं।…
नई दिल्ली ब्यूरो चीफ
बेबी केयर सेंटर अग्निकांड: ऑक्सीजन सिलिंडर फटा, हर तरफ फैली आग, खिड़कियां तोड़कर निकाले मासूम; सात की गई जान|
शाहदरा जिले के विवेक विहार में एक बच्चों को अस्पताल में आग लग गई। हादसे में सात नवजात बच्चों की मौत हो गई है। अस्पताल से 12 नवजात बच्चों का रेस्क्यू किया गया था। इस हादसे में पांच अन्य नवजात बच्चे जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं।
शाहदरा के विवेक विहार स्थित न्यू बोर्न बेबी केयर अस्पताल में शनिवार देर रात भीषण आग लग गई। इस हादसे में सात नवजात बच्चों की मौत हो गई है। पांच नवजात बच्चों का इलाज दूसरे अस्पताल में चल रहा है। अस्पताल से 12 नवजात बच्चों का रेस्क्यू किया गया था। इनमें से छह नवजात बच्चों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जबकि एक नवजात की पहले ही मौत हो चुकी थी। बताया जा रहा है कि ऑक्सीजन सिलेंडर फटने से आग ने विकराल रूप ले लिया।
बेबी केयर सेंटर में आग लगते ही मौके पर हड़कंप मच गया। शोर शराबे के बीच स्थानीय लोग मदद के लिए भागे। देखते ही देखते आग ने ऊपरी मंजिल को अपनी चपेट में ले लिया। आसपास के लोगों ने पुलिस और दमकल विभाग के साथ मिलकर इमारत के पीछे की ओर की खिड़कियां तोड़ीं और किसी तरह वहां से नवजात बच्चों को एक-एक कर निकाला।
आग लगने की सूचना तुरंत दमकल विभाग को दी गई। सूचना दमकलकर्मी मौके पर पहुंचे। दमकल विभाग की टीम ने आग पर काबू पाने की कोशिश की और एक-एक कर बच्चों को रेस्क्यू करना शुरू किया। अधिकारियों ने बताया कि 12 नवजात बच्चों को इमारत से बचाया गया था लेकिन छह की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। जबकि एक बच्चे को मृत निकाला गया था। पांच का अस्पताल में इलाज चल रहा है। उनमें से एक की हालत भी गंभीर बनी हुई है।
शनिवार रात करीब 11:32 बजे दिल्ली के शाहदरा इलाके में आईआईटी ब्लॉक बी, विवेक विहार स्थित बेबी केयर सेंटर में आग लगने की सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही दमकल की 16 गाड़ियां मौके पर पहुंच गई। दमकल विभाग के मुताबिक, चाइल्ड केयर सेंटर में बच्चे और स्टाफ मौजूद था।
गैस रिफिलिंग के दौरान सिलिंडर में हुआ ब्लास्ट
जानकारी के मुताबिक, ऑक्सीजन सिलिंडर रिफिलिंग के दौरान सिलेंडर ब्लास्ट हो गया। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया। मौके पर पहुंचे दमकल कर्मी इमारत में फंसे स्टाफ और नवजात को बचान के लिए जुट गए। देर रात तक सभी का रेस्क्यू कर लिया गया। एक नवजात मृत मिला था। जबकि बचाए गए 12 नवजात बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान छह नवजात बच्चों ने दम तोड़ दिया।
दमकल विभाग के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि भूतल समेत तीन मंजिला इमारत पूरी तरह से आग की लपटों में घिरी हुई थी। इमारत के बाहर खड़ी एक वैन भी पूरी तरह से जल चुकी थी। मौके पर हाहाकार के बीच दमकल कर्मी तुरंत आग बुझाने में जुट गए।
इस मामले में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने स्वास्थ्य सचिव दीपक कुमार और मुख्य सचिव नरेश कुमार को निर्देश दिए हैं। उन्होंने घटना की शीघ्र जांच करने और इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार अधिकारियों या निजी लोगों के नाम और पदनाम उपलब्ध कराने, बचाए गए बच्चों का सर्वोत्तम निजी अस्पतालों (फरिश्ते योजना के तहत) में मुफ्त इलाज सुनिश्चित करने, मृतकों और घायलों के परिजनों को शीघ्र मुआवजा देने और इस सेंटर को चलाने वालों की गिरफ्तारी में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।