हल्द्वानी संवाददाता दिल्ली पब्लिक स्कूल, हल्द्वानी* द्वारा आयोजित वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव “धरोहर” ने आज एक बार फिर अपनी जीवंत छटा बिखेरी। इस वर्ष, इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत पर प्रकाश डाला गया, जिसमें इसकी परंपराओं, कलात्मकता और लोकाचार का प्रदर्शन किया गया।
कार्यक्रम भारत में विभिन्न संस्कृतियों के सम्मेलन को प्रदर्शित करने और भारत की विशेषता, विविधता में एकता को प्रदर्शित करने के साथ-साथ इसके विभिन्न राज्यों में निहित सांस्कृतिक समृद्धि का जश्न मनाने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है।
कार्यक्रम की टैगलाइन ‘उत्तर प्रदेश – जीवंत अतीत, गतिशील भविष्य’ थी।* जिसमें राज्य के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डाला गया और साथ ही इसके आशाजनक भविष्य की कल्पना की गई।
सुश्री स्मिता, संयुक्त आयुक्त (कार्यकारी) राज्य कर, हल्द्वानी ने इस अवसर पर सम्मानित मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। उनकी उपस्थिति ने कार्यक्रम को प्रतिष्ठा प्रदान की ।
कार्यक्रम की शुरुआत एक आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम से हुई, जिसमें पारंपरिक संगीत और नृत्य प्रस्तुतियाँ शामिल थीं, जिसमें उत्तर प्रदेश की संस्कृति के विभिन्न पहलुओं को दर्शाया गया। राज्य की समृद्ध विरासत को दर्शाने के लिए विभिन्न स्टाल लगाए गए जिसमें माता-पिता और छात्र,बड़ी संख्या में छात्रों व शिक्षको द्वारा लगाए गए विभिन्न स्टालों पर पहुँचे और उन्होंने कार्यक्रम का आनंद उठाया।
कार्यक्रम का समापन प्रो-वाइस चेयरमैन, विवेक अग्रवाल द्वारा अतिथियों का हार्दिक धन्यवाद …
के साथ हुआ, उन्होंने “धरोहर” को संस्कृति और विरासत का एक यादगार उत्सव बनाने में उनके योगदान के लिए सभी प्रतिभागियों और उपस्थित लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया।