रूद्रपुर: 💥’सत्ता की हनक’ के आगे बौनी पड़ी पुलिस! 👉विधायक के नाम पर रंगदारी मामले में तहरीर पर पांच दिन बाद भी नहीं हुई कार्रवाई,>रंगदारी प्रकरण ने भाजपा विधायक की छवि को किया दागदार@>कल सोमवार को हाई कोर्ट में करेंगे याचिका दायर@✍️ अशोक गुलाटी editor-in-chief / सिडकुल में भाजपा विधायक के नाम पर ठेकेदारों से रंगदारी मांगने के मामले में दी गयी तहरीर पर पुलिस पांच दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं कर पायी है। चर्चा है कि मामला सत्ता पक्ष के पक्ष के विधायक से जुड़ा होने के चलते पुलिस मामले को रफा दफा करने की कोशिश में लगी है। वहीं पता चला है कि मामले में अब पीड़ित ठेकेदार हाईकोर्ट जाने की तैयारी कर रहा है। कल सोमवार को याचिका दायर करेंगे।
बता दें बीते दिनों विधायक शिव अरोरा के करीब भाजपा नेता किरन विर्क और ठेकेदार राजेश सिंह फोन परचल रही बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस ऑडियो में विधायक का करीबी किरन विर्क ठेकेदार से स्क्रैप के काम में 33 प्रतिशत हिस्सेदारी की मांग कर रहा है। ऑडियो में साफ सुना जा रहा है कि 33प्रतिशत की हिस्सेदारी का यह पूरा खेल विधायक के संरक्षण में चल रहा है। हिस्सेदारी नहीं देने पर ठेकेदार राजेश को फैक्ट्री से स्क्रैप का काम छोड़ना पड़ा। इस पूरे प्रकरण को लेकर राजेश सिंह ने एक तहरीर पंतनगर थाने में प्रेषित की थी। जिस पर पुलिस पांच दिन बाद भी कार्रवाई नहीं कर पायी है।
>राजेश सिंह की ओर से पुलिस को दी गयी तहरीर कुछ इस प्रकार है-
प्रार्थी द्वारा एक औद्यौगिक इकाई, मै० इण्डिया फोर्ज प्राइवेट लिमिटेड, स्थित सेक्टर 11 सिडकुल, पंतनगर, जिला उध्मासिहनगर के स्क्रैप ठेकेदार पवन शर्मा से स्क्रैप का तौल के हिसाब से क्रय विक्रय करने का सौदा तय किया, जिसका भुगतान भी तौल के हिसाब से होना था। दिनांक 10.04.2024 को प्रातः लगभग 11 बजे प्रार्थी द्वारा स्क्रैप उठाने के लिए अपने सहयोगी मनीष यादव पुत्र वीरम सिंह यादव निवासी भदईपुरा रूद्रपुर को श्रमिकों सहित ट्रक पंजीयन संख्या यूके 06-सीबी -9141 सहित उक्त कम्पनी- मै0 इण्डिया फोर्ज प्राइवेट लिमिटेड में भेजा गया, लेकिन मनीष यादव के कम्पनी में पहुँचने के कुछ समय पश्चात ही वहाँ पर एक स्कॉपियो, और दिनेश सैनी की वरना कार एवं एक अस्थाई पंजीयन संख्या की स्विफ्ट कार में मोहन कबाडी स्वामी नानक ट्रेडर्स, आकाश यादव, आशीष यादव पुत्रगण अनिल यादव, अभिषेक यादव पुत्र दान बहादुर यादव, संजय दास उर्फ विशाल पुत्र निवासीगण भदईपुरा, रूद्रपुर, दिनेश सैनी पुत्र व 05 अन्य व्यक्ति अपने अपने हाथों में आ धमके तथा आते ही सभी लोगों ने मनीष यादव व उसके श्रमिकों को अभद्र गालियाँ देते हुए धमकी दी। कहा कि इस कम्पनी से जो भी स्क्रैप उठाता है वह स्क्रैप उठाने से पहले रूद्रपुर विधायक शिव आरोरा को उनका 33 प्रतिशत हिस्सा देता है, तभी वह इस कम्पनी से माल उठा सकता है। उक्त लोगों ने मनीष यादव से विधायक शिव अरोरा या उनके साथी किरन विर्क से बात करने के लिए कहा और यह भी कहा कि उन्हें विधायक जी ने ही यहाँ पर भेजा है। इस समस्त प्रकरण से मनीष यादव ने मुझे फोन पर जानकारी दी गयी। किरन विर्क निवासी बिगवाडा रूद्रपुर को मैं भली भाँति जानता व पहचानता था इसलिए मैने किरन विर्क को उसके मोबाईल फोन पर अपने मोबाईल से वार्ता कर उक्त हिस्सेदारी की जानकारी चाही तो किरन विर्क ने मुझे फोन पर बताया कि मै० इण्डिया फोर्ज प्राइवेट लिमिटेड से रूद्रपुर विधायक का 33 प्रतिशत का हिस्सा पूर्व से जाता है और आगे जो भी काम करेगा वह भी 33 प्रतिशत का हिस्सा विधायक जी को देगा। इस हिस्सेदारी में कोई न नकुर नहीं कर सकता। इस वार्तालाप की फोन रिकॉडिंग मेरे फोन में सुरक्षित है।
मै व मेरे साथी मनीष गंगवार व नन्द किशोर, उक्त मै० इण्डिया फोर्ज प्राइवेट लिमिटेड, सिडकुल पंतनगर पहुँचे तो वहाँ पर किरन विर्क व मोहन कबाडी आदि मौजूद थे और किरन विर्क ने कहा कि हम विधायक जी के काम देखते है । हमें पूर्व की भाँति ही तुमसे भी बचत का 33 प्रतिशत का हिस्सा चाहिए। बिना हिस्सा दिये तुम यहाँ काम नहीं कर सकते हो। हमारी बिना हिस्सेदारी के स्क्रैपउठाने की कोशिश की तो विधायक जी तुम लोगों को किसी भी फर्जी मामले में जेल भिजवा देंगे या आयकर विभाग से तुम्हारा माल पकडवा कर काम बन्द करा देंगे। काम करना है तो पहले विधायक जी का हिस्सा पहुँचा दो । उक्त सभी लोग दबंग व राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है एवं संगठित गिरोह बना कर सिडकुल पंतनगर के कारोबारियों को ब्लैकमेल कर एवं जान से मारने व झूठे प्रकरणों में फँसाने की धमकी देकर लोखों रूपये की रंगदारी की अवैध वसूली कर रहे है। अतः महोदय से प्रार्थना है कि मेरी सूचना दर्ज कर रूद्रपुर विधायक शिव अरोरा, मोहन कबडी, आकाश यादव, आशीष यादव, अभिषेक यादव, संजय दास उर्फ विशाल, विशाल धामी, दिनेश सैनी, किरन विर्क के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही करने की मांग की ।
राजेश सिंह की इस तहरीर पर पुलिस कब कार्रवाई करेगी, करेगी भी या नहीं यह अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। लेकिन पता चला है कि पीड़ित पक्ष इस मामले को लेकर अब हाईकोर्ट जाने की भी तैयारी कर रहा है। यानि सत्ता पक्ष के विधायक को अब एक ठेकेदार से पंगा लेना भारी पड़ सकता है। पुलिस भले ही इस मामले में कार्रवाई नहीं कर रही हो लेकिन इस प्रकरण ने विधायक की छवि पर दाग जरूर लगा दिया है। पहले भी इस तरह के आरोप विधायक पर लगे थे, लेकिन कमजोर पैरवी के चलते उस दौरान मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। इस बार हिस्सेदारी की डिमांड का बकायदा रिकार्डिंग के रूप में सबूत भी मौजूद है। और पीड़ित पक्ष कोई साधारण कारोबारी नहीं बल्कि दबंग किस्म का ठेकेदार है, जिस पर पूर्व में कई मुकदमे दर्ज हो चुके हैं और जेल से उसका पुराना नाता रहा है।
>चाटुकार पत्रकार भी हुए मौन
रूद्रपुर। सिडकुल में अवैध रूप से हिस्सेदारी और कमीशन खोरी के खेल पर कुछ चाटुकार पत्रकार भी मौन है। मामला पुलिस चौकी तक पहुंच चुका है। सोशल मीडिया पर भाजपा नेता का ऑडियो भी वायरल हो चुका है लेकिन मामला रसूखदार लोगों से जुड़ा होने के चलते चाटुकार पत्रकार मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। बड़े मीडिया हाउसों के बजाय स्वतंत्र पत्रकारिता करने वाले मीडिया कर्मियों ने जरूर इस मामले में सच्चाई को जनता के सामने रखा है। बताया जा रहा है कि सच्चाई को उजागर करने वाले पत्रकारों पर भी दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है। इधर दूसरी पीड़ित पक्षका कहना है कि कल सोमवार को हाई कोर्ट में याचिका दायर करने जा रहे हैं। इधर विधायक शिव अरोड़ा का कहना है कि उनकी छवि खराब करने के लिए षड्यंत्र रचा जा रहा है।