हल्द्वानी: :💥 35 सालों से कवरेज करते आ रहा हैं नैनीताल सांसद भाजपा के प्रत्याशी अजय भट्ट को! 😲 फर्श से अर्श तक के सफर में गरीबी एवं संघर्ष को नजदीकी से देखा मैंने ✍️ अशोक गुलाटी editor-in-chief exclusive report [पार्ट 1] । नैनीताल-ऊधमसिंह नगर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी अजय भट्ट वो शिख्सयत है जिसने अपनी मेहनत, सूझबूझ और साहस के बल पर सफलता का शिखर हासिल किया है। वे उत्तराखंड के सबसे लोकप्रिय सांसद रहे। आप आश्चर्यचकित करेंगे मैं 35 साल से अधिक coverage karte a raha hun a raha hun। 8 दिसंबर 92 को रानीखेत विधायक जसवंत सिंह बिष्ट की शादी में मुलायम सिंह उत्तर प्रदेश के आए थे उसे समय आरक्षण का जोर चल रहा था उसे दौरान जबरदस्त गोलीकांड लाठी रिचार्ज हैं उसे समय मैं दैनिक जागरण में रानीखेत में संवाददाता था उसे कवरेज के दौरान मैं स्वयं बाल बाल गया था था उसे दौरान अजय भट्ट को पुलिस की लाठियां पड़ी थी और वह बार-बार बच गए थे। 28 दिसंबर 92 को सराय खेत में बर्फीला तूफान आया था जिसमें कई जानवर वह आदमी खत्म हो गए थे अजय भट्ट पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी सहित मैं 18 घंटे बर्फ में पैदल चले थे। तत्पश्चात वहां सी भेजी गई थी वहां से दर्जनों 100 वर्ष सैकड़ो जानवरों बर्फ के अंदर दबे हुए मिले थे। अजय भट्ट का जन्म 1 मई, 1961 को अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट रानीखेत में हुआ था। बचपन से ही वे बेहद मेहनती, आत्मविश्वासी और जुझारू रहे हैं। कम उम्र में ही उन्होंने अपने पिता और दो बड़े भाइयों को खो दिया। उनके परिवार को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। उन्होंने रानीखेत के माँ दूनागिरी और हैड़ाखान बाबा मन्दिरों में छोटी-छोटी दुकानें लगाकर चाय, चूड़ी-बिंदी और सब्जी आदि बेचकर अपने परिवार का पालन-पोषण किया, साथ ही अपनी पढ़ाई भी जारी रखी। उन्होंने अल्मोड़ा कॉलेज में मेस चलाकर अपनी एलएलबी की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने गरीबी को नजदीकी से देखा। उन्होंने वकालत शुरू की और अपनी पहचान एक अच्छे अधिवक्ता के तौर पर बनायी।
कॉलेज के दिनों से ही अजय भट्ट् का जुड़ाव राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से रहा और वे सक्रिय राजनीति में भी उतरे। वर्ष1985 से ही भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष व कई अन्य पदों पर रहे। वर्ष 1985 से भाजपा की कार्यसमिति के सदस्य बने व अल्मोड़ा जिले में उत्तरांचल प्रदेश संघर्ष समिति, केसरिया वाहिनी, प्रदेश सदस्यता अभियान आदि के प्रमुख रहे। संगठन पर उनकी पकड़ को देखते हुए पार्टी ने जल्दी ही प्रदेश मंत्री और महामंत्री की जिम्मेदारी सौंपी। वे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे। वर्ष 1996 में पहली बार उन्होंने रानीखेत से चुनाव जीतकर उत्तर प्रदेश विधानसभा में अपने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। वे उत्तर प्रदेश विधान सभा में लोक लेखा समिति व सीपीए के सदस्य तथा विधान सभा की विशेषाधिकार समिति के सभापति का दायित्व निभा चुके हैं। वर्ष 2000 में उत्तराखंड राज्य बनने पर भी उन्होंने वर्ष 2002, 2007 और 2012 में चुनाव जीतकर बतौर विधायक उत्तराखंड विधानसभा में अपने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। प्रदेश में जब भी भाजपा की सरकार रही, उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। बतौर मंत्री उनका प र्फॉर्मेंस हर बार शानदार रही। बतौर स्वास्थ्य मंत्री उन्होंने सरकारी डॉक्टरों की प्राइवेट प्रैक्टिस पर सख्ती से रोक लगायी जिसकी आज भी प्रशंसा होती है। वे कांग्रेस शासन के दौरान नेता प्रतिपक्ष रहे और वर्ष 2019 के संसदीय चुनाव में उन्होंने नैनीताल-ऊधमसिंह नगर सीट से मुख्यमंत्री रहे हरीश रावत जैसे दिग्गज को साढ़े तीन…
लाख वोटों से हरा कर अपनी लोकप्रियता का डंका बजा दिया। बतौर सांसद उन्होंने पहले कार्यकाल में ही दिखा दिया कि वे सदन के कार्यों में खासे सक्रिय हैं। उन्होंने दो सत्रों के दौरान ही 15 बहसों और 5 विशेष उल्लेख की चर्चाओं में सक्रिय भागीदारी निभायी।…
उन्होंने स्वास्थ्य, सड़क परिवहन और रेलवे आदि से संबंधित 10 प्रश्न पूछे हैं। सदन में उनकी उपस्थिति 99 प्रतिशत रही है। अजय भट्ट सामाजिक जीवन में काफ़ी सक्रिय रहे हैं। ….//
भाजपा ने उनकी कार्यशैली और जनता से जुड़ाव को देखते हुए फिर से लोकसभा प्रत्याशी बनाया है। [अगले अंक में कई रोचक वह सनसनीखेत जानकारी अगले एपिसोड में देंगे।] जारी..///