ब्रेकिंग बागेश्वर:🤱 जनपद की लोकप्रिय गरीबों की मसीहा तेज तर्रार जिलाधिकारी अनुराधा पाल के खिलाफ तथा कथित तत्वों ने तबादले की खबर उड़ा रखी है; जिससे नागरिकों में जबरदस्त रोष व्याप्त है ! ✍️अशोक गुलाटी एडिटर इन चीफ एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

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बागेश्वर:🤱अशोक गुलाटी एडिटर इन चीफ एक्सक्लूसिव रिपोर्ट बागेश्वर जिले की लोकप्रिय गरीबों की मसीहा तेज तर्रार अनुराधा पाल के खिलाफ तथाकथित तत्वों ने तबादले की खबर उड़ाई है; जिससे नागरिकों में जबरदस्त रोज व्याप्त है । समरणीय है कि पिछले 3 दिनों से जिले की लोकप्रियता गरीबों की मसीहा कड़क प्रशासक के खिलाफ विगत कुछ दिनों से शरारती तथा कथित लोगों ने अफवाह फैलाई है और दावा किया है कि उत्तरायणी मेला समाप्त होते ही जिला अधिकारी अनुराधा पाल का तबादला कर दिया जाएगा। अफवाह इतनी जबरदस्त है कि दावा किया जा रहा है 20 जनवरी को उत्तरायणी महोत्सव समाप्त हो जाएगा कार्य ही मुक्त हो जाएंगे; तबादले की खबर इतनी जबरदस्त है की पुष्टि के लिए दर्जनों फोन आ चुके हैं । गौर करने की बात यह है आखिरी अफवाह किसने फैलाई कौन सा शरारती तत्व है जो इस तरह का माहौल खराब कर रहे हैं जागरूक नागरिकों का कहना है कि इसकी गोपनीय जांच करानी चाहिए फिर यह अफवाह क्यों और कैसे फैली? जनता में जबरदस्त अफवाह के खिलाफ व्याप्त है । जागरूक नागरिकों कहना है कि अगर माफिया के दबाव में ईमानदारी जिलाधिकारी का तबादला हुआ तो इसका असर आगामी लोकसभा के चुनाव में भाजपा को भुगतना होगा ?बड़े पैमाने पर आंदोलन होगा; मातृशक्ति ने कहा है कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए/मातृशक्ति का कहना था कि हमारी हर समस्या का समाधान चुटकी में जिलाधिकारी महोदय कर देती हैं . जबकि हम सैकडो चक्कर अलग-अलग विभागों में चक्कर लगाने के बाद भी जल्दी काम नहीं हो पाए थे, परंतु जिलाधिकारी के जाते ही तत्काल काम हो जाता था। अफवाह तो यहां तक फैली हुई है माफिया जिलाधिकारी को हटाने के लिए देहरादून से दिल्ली तक चक्कर काट रहे हैं हटाने की पैरवी भी कर रहे हैं। ध्यान देने की बात यह है कि कुछ कथित माफिया उन्हें देखना नहीं चाहता है, जिला अधिकारी को हटाने के लिए पैरवी कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार प्रशासन ने इस अफवाह को गंभीरता से लिया है गोपनीय जांच भी हो सकती है। आखिर इस तरह की अफवाह किसने फैलाई। उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी? बरहाल तबादले की अफवाह जिले में फैलाई गई है; इतनी चर्चा किसी भी जिलाधिकारी

के संदर्भ में आज तक के इतिहास में नहीं हुई । जांच का विषय है; देखिये प्रशासन इस अफवाह पर क्या कदम उठाता है? या फिर आग जलती है……,

धुआ होता है इस कहावत कहां तक सच साबित होती हैl उत्तराखंड नागरिक की निगाहें इस समय बागेश्वर की जिलाधिकारी पर टिकी हुई है ?

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