breaking पूर्व मुख्यमंत्री का धमाका! 😲 त्रिवेंद्र रावत ने कर दिया ऐलान, लोकसभा चुनाव लड़ने का प्लान? 👁️अशोक गुलाटी editor-in-chief

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💥 आखिर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लोकसभा चुनाव के लिए अपनी दावेदारी मजबूती से पेश कर दी है। चुनाव लड़ने के सवालों को अब तक टालते आ रहे त्रिवेंद्र रावत ने पहली बार खुलकर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है साथ ही किस सीट से लड़ना चाहते हैं ये भी साफ कर दिया है। त्रिवेंद्र रावत ने कल ही धारी देवी वन डेवल करने की शुरुआत की है. और कई संकेत दिये हैं। त्रिवेंद्र रावत ने साफ कर दिया है कि वो लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। पूर्व सीएम ने कहा है कि आलाकमान कहेगा तो वो चुनाव जरूर लड़ेंगे? कई दावेदार भाजपा नेता अंदर खाने सेटिंग में लगे हुए थे ; नि: संदेह उनका सपना चूर-चूर हो गए होगा?

किस सीट से त्रिवेंद्र की दावेदारी?
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को लेकर अब तक कयास लगाए जा रहे थे कि बीजेपी उन्हें निशंक के बदले हरिद्वार से उम्मीदवार बना सकती है, ऐसा इसलिए भी कहा जा रहा था क्योंकि त्रिवेंद्र रावत डोईवाला से विधायक रहे हैं और ये सीट हरिद्वार लोकसभा में ही आती है, मगर अब समीकरण बदलते हुए नज़र आ रहे हैं। त्रिवेंद्र ने पौड़ी लोकसभा सीट से लड़ने के संकेत दिए हैं। एक बयान में त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने पौड़ी के विकास के लिए भी बहुत काम करने की पूरी कोशिश की, लोगों की तकलीफ कैसे दूर हो इसे लेकर काम किया और इसीलिए पौड़ी के लोग उन्हें याद करते हैं। त्रिवेंद्र ने पौड़ी के लोगों का आभार भी जताया। त्रिवेंद्र की इन बातों से साफ है कि वो पौड़ी लोकसभा सीट पर अपनी दावेदारी कर रहे हैं और यहीं से चुनाव लड़ना चाहते हैं। हालांकि टिकट देने का फैसला आलाकमान को करना‌ है लेकिन त्रिवेंद्र की सक्रियता से पौड़ी के मौजूदा सांसद तीरथ रावत की परेशानी बढ़ गई होगी।….

त्रिवेंद्र ने तैयार किए मुद्दे:-
लोकसभा चुनाव लड़ने कि मन बना चुके त्रिवेंद्र रावत ने जनता के बीच जाने के लिए मुद्दे भी तैयार कर लिए हैं। त्रिवेंद्र रावत ने साफ किया है कि जंग में हर बार पुराने हथियारों को साइड कर नए हथियार निकाले जाते हैं लिहाजा वो भी नए हथियारों यानि मुद्दों के साथ ही जनता के बीच जाएंगे। पूर्व मुख्यमंत्री ने मोदी सरकार के कामकाज के दम पर उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर बीजेपी की जीत का दावा भी किया है। फिलहाल बीजेपी में अब टिकट को लेकर सियासी बिसात बिछने लगी है कोई सांसद अपना टिकट कटने से बचाने की कसरत में जुटा है तो कोई नेता सांसद बनने का सपना पूरा करने के लिए टिकट की दौड़ लगा रहा है। अब आलाकमान किसपर मेहरबान होगा इसे लेकर ही सस्पेंस बना हुआ है, क्योंकि अपने अपने स्तर पर हर कोई खुद को मजबूत समझता है। बरहाल पूर्व मुख्यमंत्री के इस धमाके से भाजपा के नेताओं में खलबली व हड़कंप मच गया है? आने वाला समय ही बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को टिकट मिलता है या ‘दिल के अरमान आंसू आंसुओं’ में बह जाते हैं ? क्योंकि ‘मोदी फैक्टर’ कब क्या कर दे किसी को पता नहीं है ? क्योंकि यहां ताश के पत्ते की तरह कब फैट दिए जाएं बड़े से बड़े नेताओं को भनक तक नहीं लगती है । भाजपा कार्यकर्ताओं का यह श्लोक भी बिल्कुल सटीक बैठता है मोदी है तो कुछ भी मुमकिन नहीं है? उदार राजनीतिक पंडितों का मानना था कि त्रिवेंद्र रावत जी आजकल खाली बैठे हुए थे चुनाव लड़ने की घोषणा तो तो मात्र सुगुफा है इसी बहाने कुछ उनकी पब्लिक सिटी हो जाएगी। राजनीतिक पंडितों का कहना था कि त्रिवेंद्र रावत जी भी अच्छी तरह जानते हैं कि मोदी जी व संघ वाले जिसको चाहेंगे इस को टिकट मिलेगा चाहे आप कितनी भी ‘बंसी बजाते’ रहे?

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