बिग ब्रेकिंग गदरपुर: (उधम सिंह नगर) विवादित दरोगा तोमर द्वारा पत्रकारों से अभद्र व्यवहार करने का मामला तूल पकड़ा; केंद्रीय राज्य मंत्री की संज्ञान में पहुंचा; पत्रकार प्रेस परिषद (इंडिया) कुमाऊं प्रभारी अशोक गुलाटी ने कहा है 48 घंटे के भीतर दरोगा के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई; तो बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा; बीजेपी के नेताओं ने भी समर्थन किया# कल धरना स्थल पर पत्रकार पहुंचेंगे$ विशेष संवाददाता

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🙄शुक्रवार को थाना परिसर में धरना देने का ऐलान
गदरपुर।( उधम सिंह नगर ) विशेष संवाददाता/ ‌‌‌‌ विगत दिनों क‌‌वरेज करने के दौरान एक विवादित एसआई पूरन सिंह तोमर द्वारा मीडिया कर्मियों से की गई अभद्रता का मामला तूल पकड़ गया है इस पूरे प्रकरण के मामले में केंद्रीय राज्य पर्यटन एवं रक्षा मंत्री एवं सांसद अजय भट्ट के संज्ञान में पहुंच गया है उन्होंने आश्वासन दिया कि एसपी से वार्ता कर दरोगा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी पत्रकारों से अभद्र व्यवहार

करने वाले किसी भी पुलिस कमी को बक्सा नहीं जाएगा उन्होंने कहा कि समाज में पत्रकार चौथा स्तंभ है उन्हें कवरेज करने से नहीं रोका जाना चाहिए था । पत्रकार प्रेस परिषद इंडिया कुमायूं प्रभारी अशोक गुलाटी महासचिव चंद्रेश बिष्ट ने दरोगा को तत्काल निलंबित करने की मांग की है उन्होंने कहा कि दरोगा तोमर द्वारा पत्रकारों से अभद्र व्यवहार किया जाना निंदनीय है जबकि पत्रकारों व पुलिस प्रशासन में कई वर्षों से अच्छा सामंजस्य बना हुआ है नैनीताल पत्रकार प्रेस परिषद के जिला अध्यक्ष उर्वादत्त दत्त ने कहा विवादित दरोगा तोमर जो रुद्रपुर में भी अपनी कर‌गुजारियों के कारण हटाया गया था तत्काल उसको वहां से हटकर कुमाऊं से बाहर किया जाए उन्होंने कहा कल नैनीताल जनपद के पत्रकार पत्रकारों के समर्थन में धरना स्थल पर जाएंगे। पत्रकार प्रेस परिषद के जिला अध्यक्ष सुरेंद्र तनेजा वरिष्ठ सहयोगी परमजीत सिंह पम्मी जगदीश चंद्र सहित कई वरिष्ठ सदस्यों ने इसकी घोर निंदा की है और कहा कि कल वह धरना स्थल पर जाकर बैठेंगे यदि कार्रवाई नहीं की गई तो बड़े पैमाने पर आंदोलन चला जाएगा पत्रकार उत्पीड़न किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा उधर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मंत्री विकास शर्मा ने इस घटना की घोर निंदा करते हुए एसपी से वार्ता कर तत्काल दरोगा के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। गौरतलाप है कि है कि विगत दिनों पत्रकार गण जे थाने में हो रहे बवाल के संदर्भ में कवरेज करने गए थे दर्जनों आदमियों के सामने विवादित पूरन सिंह तोमर ने पत्रकारों से अभद्र व्यवहार करते हुए थाने से जाने का फरमान दे दिया और अभद्र व्यवहार किया जिससे

आक्रोशित पत्रकारों द्वारा अपने प्रति हुए इस दुर्व्यवहार को लेकर थानाध्यक्ष राजेश पांडेय से वार्ता कर दरोगा द्वारा की गई अभद्रता के संबंध में रोष व्यक्त किया
थानाध्यक्ष द्वारा कोई भी संतोष जनक जवाब न दिए जाने के बाद पत्रकारों ने दरोगा के ट्रांसफर की मांग करते हुए थाना परिसर में धरना देने का ऐलान किया है। खटीमा पत्रकार प्रेस परिषद के अध्यक्ष अशोक सरकार ने पत्रकारों के धरना का भी समर्थन किया है।

प्रतिनिधि मंडल के द्वारा पुलिस क्षेत्राधिकारी भूपेंद्र सिंह भंडारी से दूरभाष पर दरोगा द्वारा पत्रकारों से की गई अभद्रता के संबंध में अवगत कराया जिस पर उन्होंने वीआईपी कार्यक्रम में व्यस्त होने का हवाला देते हुए दो दिन बाद वार्ता करने की बात कही। गुस्साए मीडिया कर्मियों ने मामले की गंभीरता को लेकर बैठक की जिसमे अग्रिम कार्यवाही को लेकर चर्चा की गई। बैठक के दौरान आरोपी दरोगा के स्थानांतरण न होने की दशा में धरना प्रदर्शन की रणनीति पर विचार विमर्श किया गया। जिसमे सर्वसम्मति से शुक्रवार को अभद्रता करने वाले दरोगा के खिलाफ धरने पर बैठने का निर्णय लिया गया। इस दौरान मुकेश पाल ,विकास तनेजा, सुरजीत बत्रा ,गौरव बत्रा ,उमर अली ,शाहनूर अली, रिज़वान अली, सागर गाबा, ठाकुर रामपाल सिंह, राकेश अरोरा, राजकुमार शर्मा, नितिन छाबड़ा ,शिवम छाबड़ा, निशांत गुप्ता आदि सहित तमाम मीडिया कर्मी मौजूद रहे। कल जिले के पत्रकार गदरपुर पत्रकारों के समर्थन में धरना पर बैठेंगे यदि कार्रवाई नहीं की गई तो बड़े पैमाने पर आंदोलन चला जाएगा। ध्यान देने की बात यह है कि इस तथाकथित दरोगा पूर्ण सिंह तोमर पूर्व में रुद्रपुर में अभद्र व्यवहार के कारण वहां से हटाया गया था। और उन्होंने गदरपुर में आकर दर्जन लोगों के सामने पत्रकारों से अभद्र व्यवहार कर दिया जबकि उसे समय मौके पर गदरपुर थाना अध्यक्ष मौजूद नहीं थे। थानाध्यक्ष से वार्ता करने पर उन्होंने आश्वासन दिया था कि वह दरोगा द्वारा की टिप्पणी में बैठकर मामले को निपट लेंगे परंतु 2 दिन तक वह मामले को लटकते रहे तीसरे दिन उन्होंने हाथ खड़े कर दिए। पत्रकारों का पुलिस प्रशासन में काफी समय से उधम सिंह नगर में सामंजस्य बना हुआ है कभी भी कोई घटना नहीं घटी थी परंतु इस दरोगा ने पत्रकारों और पुलिस के बीच में एक बार फिर विवाद की स्थिति पैदा कर दी है।

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