ब्रेकिंग चकरपुर (खटीमा)🙉 200 कृषक परिवार की रेलवे विभाग द्वारा बिना सूचना के धान की खड़ी फसल को ट्रैक्टर से रौंद दिया!👉 रेलवे के किनारे 30 से 35 सालों से काबिज हैं@ दीपक यादव ब्यूरो चीफ ग्राउंड जीरो से सनसनीखेज खबर

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विक्रम प्रसाद ग्राम प्रधान प्रतिनिधि/बसंती बोरा स्थानीय महिला

😯अपनी मेहनत की फसल को रेलवे विभाग द्वारा ट्रैक्टर से रोंदे जाने पर श्रीमती बसंती बोरा महिला अश्रुपूर्ण नेत्रों से टिकटिकी लगाएं देख रही है , और कह रही है युवा सीएम साहब आपके गृह क्षेत्र में ऐसा अन्याय क्यों ? रेलवे विभाग द्वारा बिना किसी सूचना के लोगों धान की खड़ी फसल को ट्रैक्टर उजाड़ा?

चकरपुर (खटीमा) दीपक यादव ब्यूरो चीफ की रिपोर्ट / 200 कृषक परिवार की रेलवे विभाग द्वारा बिना सूचना के धान की खड़ी फसल को ट्रैक्टर रौंद दिया! रेलवे के किनारे 30 से 35 सालों से काबिज हैं मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र खटीमा के चकरपुर ग्राम पंचायत से है जहां रेलवे विभाग द्वारा बिना किसी सूचना के ग्रामीणों की धान की खड़ी फसल को ट्रैक्टर चलवा कर उजाड़ दिया। आपको बता दें कि आज चकरपुर ग्राम पंचायत क्षेत्र में रेलवे लाइन के किनारों में बसे हुए लगभग 200 परिवारों की धान की फसल को ट्रैक्टर चलवा कर रेलवे विभाग द्वारा कुचल दिया गया ना तो रेलवे विभाग द्वारा ग्राम पंचायत की प्रथम नागरिक ग्राम प्रधान को सूचना दी नाही क्षेत्र पंचायत सदस्य को और ना ही आमजन को किसी भी प्रकार का कोई सूचना नहीं दि गई ग्रामीणों का कहना है कि हम यहां पर 30 से 35 सालों से काबिज हैं और आज रेलवे विभाग द्वारा हमारी खड़ी फसल को रौंद दिया गया है आज तक जब भी रेलवे विभाग को इस भूमि से किसी भी प्रकार की आवश्यकता है पड़ी तो हमारे द्वारा कभी भी आपत्ति नहीं जताई गई रेलवे विभाग द्वारा जब बड़ी लाइन बनाने का कार्य शुरू हुआ तो रेलवे विभाग द्वारा यहां से मिट्टी भी निकाली गई तब भी हमारे द्वारा कोई विरोध नहीं किया गया ग्रामीणों का कहना है कि हमें यह सूचना दी होती कि आप फसलें ना लगाए हमारी भूमि है तो हम अपना हजारों रुपए खर्च कर इस भूमि पर फल नहीं लगाते जब वहां पर मीडिया पहुंची तो रेलवे विभाग के अधिकारी बिना कुछ कहे ही भागते नजर आए मीडिया ने जब रेलवे विभाग के अधिकारियों से जानने की कोशिश की यह क्या मामला है तो अधिकारी बिना कुछ बोले ही भागते नजर आए ग्राम प्रधान प्रतिनिधि विक्रम प्रसाद भी मौके पर पहुंचे और उनके द्वारा भी विभाग से यह जानकारी लेनी चाहिए कि आखिर ग्राम पंचायत में यह क्या चल रहा है तो अधिकारी द्वारा बिना कुछ बताए ही गाड़ियां वह अपनी फोर्स को लेकर भागते हुए नजर आए कुछ महिलाएं खड़ी फसल को उजाड़ा देख खेतों में बैठकर रोती हुई भी नजर आईl आखिर सवाल ये है कि रेलवे के किनारे जमीनों में खड़ी फसल क्या अतिक्रमण के अंतर्गत थी क्या रेलवे को नुकसान हो रहा था यदि रेलवे को नुकसान हो रहा था तो खड़ी फसल को काटने के लिए गरीब काश्तकारों को मौका क्यों नहीं किया अब इसकी भरपाई कौन करेगा? कई महिलाओं ने अश्रुपूर्ण नेत्रों से बताया सीएम साहब के गृह क्षेत्र में देखिए पत्रकार साहब कैसे अन्याय हो रहा है यदि सीएम साहब खटीमा से यदि हार गए हैं तो इसमें हमारा क्या कसूर था अब हमारे साथ अन्याय क्यों हो रहा है महिलाओं ने क्षति हुई फसल का मुआवजा रेलवे से दिलाने की गुहार युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व केंद्रीय राज्य मंत्री सांसद अजय भट्ट से गुहार लगाई हैl

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