रुद्रपुर (उधम सिंह नगर) विशेष संवाददाता /तीन दिवसीय प्रवास पर रूद्रपुर पहुंचे सर संघ चालक मोहन भागवत ने दिनेशपुर रोड स्थित द्रोण कालेज में आयोजित संघ शिक्षा वर्ग में प्रशिक्षणार्थियों को सम्बोधित करते हुए हिंदू समाज को संगठित करने पर जोर दिया। अपने सम्बोधन में सरसंघ चालक मोहन भागवत ने कहा कि हमें हिंदू समाज को संगठित कर भारत को परम वैभव तक पहुंचाना है। यहा बड़ा संकल्प है और कठिन भी। इसके लिए मजबूती से आगे बढ़ना होगा। उन्होंने हा कि हिंदू धर्म व समाज जैसा भी हो यह हमारा अपना है। यह पवित्र है यहां सब कुछ ब्रम्ह है। इसलिए सब अपने हैं जन के मन में जो बसता है उसी की की सेवा करनी है। किसी के प्रति मन में दुर्भावना नहीं होनी चाहिए। सारी उपासना मन को पवित्र बनाती है। हमें पूरा जीवन देश व समाज की सेवा में समर्पित करना है। मोहन भागवत ने कहा कि जिसमें सत्य नहीं धर्म नहीं, करूणा नहीं है हमें ऐसे लोगों से दूर रहना चाहिए। सत्य सुचिता व तपस्या पीढ़ी दर पीढ़ी आदत बनकर करने की प्रकिया हैं यह स्वभाव पीढ़ी दर पीढ़ी हो तो संस्कृति होती है। संस्कृति आचरण में दिखती है। मोहन भागवत ने कहा कि हमें संघ कार्य बढ़ाना है। इसके लिए स्वयंसेवकों की संख्या बढ़ानी होगी। कहा, सभी कार्यकर्ता आपस में मिलते-जुलते रहें। एक दूसरे के अनुभव का लाभ और ज्ञान सभी को मिले, इसलिए समय-समय पर हम प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन करते हैं।उन्होंने कहा कि शाखा में व्यक्ति का निर्माण होता है। हम सभी का काम है कि समाज के लोगों को साथ लेकर संगठन को मजबूती प्रदान करें।