चंपावत: विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग आयोजित हुई।विश्व पर्यावरण दिवस के 50 वर्ष पूर्ण होने पर मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी!

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चम्पावत 5 जून संवाददाता
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मा0 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग आयोजित हुई।
विश्व पर्यावरण दिवस के 50 वर्ष पूर्ण होने पर मा0 मुख्यमंत्री श्री धामी ने सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है। पर्यावरण के संरक्षण में हम सभी को अपने-अपने स्तर से प्रयास करने का संकल्प लेना होगा। क्योंकि प्रकृति ही एक ऐसी चीज है जिसने हमें संजोया और संवारा हैं। पर्यावरण का संरक्षण करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी के साथ-साथ हमारा कर्तव्य भी है। हमारा प्रदेश अनेक जैव विविधताओं का प्रदेश हैं।
जिस प्रकार हमारे पूर्वजों ने हमें हरा भरा पर्यावरण विरासत में दिया था। उसी प्रकार हमें भी अपनी आने वाली पीढ़ी को इससे बेहतर और हरा भरा पर्यावरण देने की आवश्यकता है। इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति को अपनी तरफ से प्रयास करने की आवश्यकता हैं।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए पर्यावरण जागरूकता अभियान तेजी से चलाए जाने की आवश्यकता है।
हमारे प्रदेश में तेजी से बढ़ रहा तापमान सभी के लिए एक गंभीर चिंता का विषय हैं। इसके लिए हमे सूखे पड़े जल स्रोतों, नदी, धारों, नोलो को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता हैं। इसके लिए हमे विशेष प्रयास करने होंगे। हमें इकोलॉजी और इकोनॉमी को बैलेंस करते हुए हमें आगे बढ़ना है। जिसके लिए हमे स्वच्छ पर्यावरण की महत्ता को भी समझना होगा।
प्रकृति को प्रदूषण मुक्त करने के लिए पांच बातों पर ध्यान देना होगा।
●मिट्टी को केमिकल फ्री कैसे बनाएं।
● मिट्टी में प्राकृतिक खाद में काम आने वाले जीवो का संरक्षण कैसे किया जाए।
● मिट्टी में नमी कैसे बनाई जाए और जल की उपलब्धता कैसे बढ़ाई जाए।
● लगातार भूजल कम होने के कारण मिट्टी को जो नुकसान हो रहा है उसे भी कैसे दूर किया जाए
● वनों का दायरा कम होने से मिट्टी के क्षरण को भी कैसे दूर किया जाए। इन सभी बातों पर हमें विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
श्री धामी ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा देश में चलाई जा रही विकास योजनाओं में किसी न किसी रूप में पर्यावरण संरक्षण का आग्रह किया गया है। स्वच्छ भारत मिशन, अमृत मिशन, सिंगल यूज प्लास्टिक, नमामि गंगे, स्वच्छता अभियान अनेकों कार्यक्रम पर्यावरण संरक्षण में अनेकों प्रयास किए जा रहे हैं। जल संरक्षण की दिशा में भी आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में अमृत सरोवरों की शुरुआत की गई है। जिसमें प्रदेश में लक्ष्य के सापेक्ष से अधिक अमृत सरोवर बनाए गए हैं (975 के सापेक्ष 1192)। इसी तरह कार्य करते रहे तो हम देश में अग्रणी राज्य बन सकते हैं।
इसके पश्चात जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सभी को विश्व पर्यावरण की शुभकामनाएं देते हुए कलेक्ट्रेट परिसर में पौधारोपड़ किया।
उन्होंने परिसर में गोल्डन डोरन्टा का पौधा लगाया। कलेक्ट्रेट परिसर में कुल पांच गोल्डन डोरन्टा के पौधे लगाए गए। इस अवसर पर श्री भण्डारी ने जनपद के समस्त नागरिकों को पर्यावरण संरक्षण के लिए आज के दिन कम से कम एक-एक पौधा लगाने की अपील की। उन्होंने कहा कि हमारे भविष्य के लिए शुद्ध वातावरण व शुद्ध वायु की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए पौधों का रोपण और उनका संरक्षण करना अति आवश्यक है। कहा कि वृक्षों से शुद्ध ऑक्सीजन प्राप्त होती है जो हमारे जीवन के लिए अति आवश्यक है।अतः सभी का दायित्व है कि अधिक से अधिक पौधे लगाएं और अपने जनपद को हरा-भरा बनाए रखने में सहयोग करें।
इस दौरान प्रभागीय वन अधिकारी आरसी कांडपाल, अपर जिलाधिकारी हेमंत कुमार वर्मा, जिला आपदा प्रबंधक मनोज पांडे, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी भगवत प्रसाद पांडे मौजूद रहे।

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