बिग ब्रेकिंग हल्द्वानी:मण्डलायुक्त का लोकप्रिय जनता दरबार!👉 फरियादियों ने एक सुर में कहा कमिश्नर हो तो दीपक रावत जैसा हो?👉 यह “जनता दरबार; नहीं बल्कि “न्याय का दरबार” है $ अशोक गुलाटी editor-in-chief की विशेष रिपोर्ट

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हल्द्वानी 3 जून, (अशोक गुलाटी editor-in-chief) कुमाऊं कमिश्नर का जनता दरबार पूरे कुमायूं में लोकप्रिय होता जा रहा है दूरदराज से आए फरियादियों ने एक सुर में कहा कमिश्नर हो तो दीपक रावत जैसा? कई महीनों से भटक रहे थे अपनी समस्याओं के लिए परंतु कमिश्नर साहब ने मिनटों में हमारी समस्या का समाधान कर दिया भगवान करे ऐसे अफसर कई साल तक यहां पर रहे आज जनता दरबार में आए कई वृद्धा ने अश्रुपूर्ण नेत्रों से बताया की जमीनों की ठगी तराई व हल्द्वानी में जबरदस्त है परंतु जब से कमिश्नर साहब आए हैं तब से इन ठगों के खिलाफ एक्शन ले रहे हैंl फरियादियों का कहना था कि यह जनता दरबार नहीं बल्कि न्याय का दरबार है यहां हर समस्या का समाधान हो जाता है उन्होंने कहा कि साहब ने कईयों की मोटी रकम माफियाओं से भी वापस कराई हैl जानकारी के मुताबिक आज निर्धारित हर शनिवार को

जन समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण हेतु मण्डलायुक्त ने कैम्प कार्यालय हल्द्वानी में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम में अधिकारियों और फरियादियों को आमने सामने सुनकर समस्याओं का निस्तारण किया।

आयुक्त ने आमजन से अपील की है कि निजी भूमि खरीदने के पश्चात यथा शीघ्र भूमि का दाखिल खारिज व चाहरदीवारी कराए जिससे कि भूमि सुरक्षित रहे व अनावश्यक भूमि सम्बन्धी विवाद से बचा जा सके। आयुक्त ने मण्डल के समस्त जिलाधिकारी को पूर्व में सर्वे का कार्य कर रहे निजी अमीनों के लाइसेंस निरस्तीकरण की रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

जनता दरबार में बाजपुर के कैलाखेड़ा से आये नन्दवल्लभ पाठक ने बताया कि दलजीत सिंह से उन्होंने दिसम्बर, 2022 में 13 एकड़ जमीन क्रय का सौदा किया था। सौदे के अनुसार 05 लाख रुपये का बयाना दिया गया था व शेष धनराशि 16 जनवरी 2023 से पूर्व पटवारी से भूमि की पैमाइश कराने के बाद दी जानी थी। किंतु तय सीमा में पटवारी से भूमि की पैमाइश नहीं कराई जाने के कारण अब श्री पाठक भूमि खरीदने नहीं चाहते। आयुक्त ने समस्या का समाधान किया जिस पर दलजीत सिंह पीड़ित को उनके बयाने के 05 लाख रुपये वापिस देने के लिए तैयार हो गए। कहा कि 1 सप्ताह के भीतर धनराशि वापिस कर दी जायेगी।

मेरठ से आई अर्चना सिंह ने बताया कि उनके काशीपुर के फ्लैट को 2019 में उनके पति द्वारा उनकी फेक आईडी से किसी अन्य के नाम पर सर्वप्रथम पावर ऑफ अटॉर्नी की गई। उसके पश्चात उक्त फ्लैट को विक्रय किया गया ततपश्चात पुनः पावर ऑफ अटॉर्नी अपने नाम की गई। विक्रय व पावर ऑफ अटॉर्नी में जो साक्ष्य, हस्ताक्षर, फ़ोटो लगाए गए वे सब नकली है। उन्होंने किसी को भी अपना फ्लैट नहीं दिया न ही पावर ऑफ अटॉर्नी की है। इस सम्बंध में आयुक्त ने मौके पर उपस्थित सब रजिस्ट्रार व पुलिस उपाधीक्षक को जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
सरगाखेत निवासी पीताम्बर दत्त जोशी ने बताया कि उनका सरगाखेत के पास होटल है जिसे उन्होंने 06 वर्ष पूर्व विकास शर्मा नाम के व्यक्ति को संचालन के लिए दिया था। अब वे स्वयं अपना होटल चलाना चाहते है किंतु विकास शर्मा द्वारा उन्हें होटल खाली करके वापिस नहीं किया जा रहा है जिस सम्बन्ध में आयुक्त ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कराने के निर्देश दिए।

जनता दरबार में भूमि सम्बन्धी विवाद के साथ ही घरेलू विवाद भी काफी संख्या में आये। जिनका आयुक्त ने अधिकांश समस्याओं का समाधान मौके पर किया। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी अशोक जोशी, उपजिलाधिकारी जसपुर सीमा विश्वकर्मा सहित अन्य अधिकारी व फरियादी उपस्थित थे।

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