मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने थारू विकास भवन पहुंचकर अनुसूचित जाति एवम अनुसूचित जनजाति महासम्मेलन में प्रतिभाग किया।
खटीमा 24 फरवरी अशोक गुलाटी editor-in-chief की रिपोर्ट– मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने थारू विकास भवन पहुंचकर अनुसूचित जाति एवम अनुसूचित जनजाति महासम्मेलन में प्रतिभाग किया। बुजुर्ग महिलाओं ने युवा सम्राट धामी को विजय भाव का आशीर्वाद दिया जिससे मुख्यमंत्री गदगद हो गएl इससे पूर्व
मुख्यमंत्री ने सम्मेलन में भारी संख्या में पधारी जनता का हार्दिक स्वागत व अभिनंदन करते हुए कहा कि यह मेरे लिए परम सौभाग्य की बात है कि सभी के बीच महासम्मेलन में आने का मौका मिला।
श्री धामी ने अपने संबोधन में कहा कि भाईयो – बहनो, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी ने दलित और वनवासी समाज के लिए अस्तित्व, अस्मिता और आत्मनिर्भरता का जो मंत्र दिया था उसका आज संपूर्ण देश में प्रधानमंत्री आदरणीय मोदी जी के नेतृत्व में अक्षरशः पालन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमें यह याद रखना होगा कि पेड़ चाहे जितना भी विशाल हो, लेकिन वह तभी अपना सीना ताने खड़ा रह सकता है, जब उसकी जड़ें मजबूत हों। उन्होंने कहा कि जनजातीय समाज हमारे वटवृक्ष रूपी देश की मजबूत जड़ के समान है। इसलिए हमारी डबल इंजन की सरकार का मानना है कि जनजातीय समाज का मजबूत और आत्म निर्भर बनना हमारे देश और प्रदेश की उन्नति के लिए परम आवश्यक है ।उन्होंने कहा कि देश के स्वतंत्रता संग्राम में जनजातीय समाज के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है।
उन्होंने कहा कि सरकार और विशेष रूप से आदरणीय मोदी जी के प्रत्येक ऐतिहासिक कार्य का विरोध करने वाले लोगों को जनजातीय सम्मेलन के आयोजन पर भी एतराज होता था, ऐसे पथ भ्रष्ट लोगों को जनजातीय समाज द्वारा नव भारत निर्माण में किए गए योगदान का भान ही नहीं है। उन्होंने कहा कि जनजातीय समाज के राष्ट्र निर्माण में किए गए योगदान की जानकारी से देश को अंधेरे में रखा गया और अगर बताया भी गया तो बहुत ही सीमित दायरे में बताया गया, पर वर्तमान में आदरणीय मोदी जी के नेतृत्व में हमारा देश जाग चुका है और अब कोई भी इसकी संस्कृति और इतिहास के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकता ।
श्री धामी ने कहा कि 2014 से पहले राजनीतिज्ञों में दलित और जनजातीय समाज को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक राजनैतिक इच्छाशक्ति की कमी थी, उन्होंने इस समाज के व्यावसायिक हितों पर कोई ध्यान नहीं दिया और दिखावे तक ही दलित समाज के विकास की बात किया करते थे । पूर्व में राजनीतिज्ञों द्वारा जनजातीय समाज को धर्म के नाम पर आपस में बांटकर देश में वोटबैंक की राजनीति करने का महाषड्यंत्र भी रचा गया ।
उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी महाराज का जनजातीय समाज ने किस तरह से साथ दिया था, इसी सहयोग का परिणाम था कि महाराणा प्रताप, अकबर से और शिवाजी महाराज, औरंगजेब से लोहा ले सके थे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में राज्य सरकार “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास” के मंत्र के साथ चल रही है । उन्होंने कहा कि आदरणीय मोदी जी के नेतृत्व में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजातियों के लोगों के लिए कई ऐसी योजनाओं को लागू किया है, जिनसे समाज के ये वर्ग विकास की मुख्यधारा से जुड़ सकें । उन्होंने कहा कि आदरणीय मोदी जी के नेतृत्व में हर साल एससी / एसटी के कल्याण के लिए आम बजट में जहां आवश्यक बढ़ोतरी की गई, वहीं उनकी आर्थिक, शैक्षणिक और सामाजिक स्थित को मजबूत करने के लिए कई बड़े फैसले भी लिए गए हैं। प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के अंर्तगत उन गांवों को आदर्शों गांवों में विकसित किया गया, जिनकी आबादी में 50 प्रतिशत जनसंख्या एससी/एसटी वर्ग की थी ।देश में पहले से चले आ रहे दलित उत्पीड़न कानून 1989 को प्रधानमंत्री जी ने संशोधित करके और अधिक सख्त बनाया। इस संशोधन से दलितों को त्वरित न्याय दिलाने की मुहिम को बल मिला।इस कानून द्वारा दलित उत्पीड़न के मामलों की सुनवाई करने के लिए विशेष अदालतों के गठन और सरकारी वकीलों की उपलब्धता को सुनिश्चित किया गया।
श्री धामी ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने जहां एक ओर उज्ज्वला गैस कनेक्शन योजना में गरीबों, शोषितों, वंचितों, आदिवासियों और दलितों को प्राथमिकता दी वहीं आयुष्यमान योजना द्वारा इस वर्ग का मुफ्त इलाज सुनिश्चित किया । उन्होंने कहा कि आज 50 प्रतिशत आदिवासी आबादी वाले क्षेत्र में एकलव्य स्कूल खोले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों का ही परिणाम है कि एक और जहां कालसी, बाजपुर एंव खटीमा में केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का संचालन किया जा रहा है वहीं दूसरी और ग्राम मैरावना, चकराता व देहरादून में भी नवीन एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय की स्थापना के लिए वित्तीय वर्ष 2021-22 हेतु भारत सरकार द्वारा स्वीकृति प्रदान की गयी है। उन्होंने कहा कि आज देश में आदरणीय मोदी जी द्वारा गठित डॉ० अंबेडकर फाउंडेशन द्वारा किए जा रहे प्रयासों का ही फल है कि दलित और जनजातीय समाज के कल्याण और पुनर्जागरण का मार्ग प्रशस्त हो रहा है।
श्री धामी ने कहा कि “आपका यह मुख्यसेवक आपको विश्वास दिलाता है कि हमारी सरकार राज्य में दलित और जनजातीय समाज के विकास के लिए दिन-रात कार्य करती रहेगी” ।
श्री धामी ने कहा कि आशा और विश्वास हैं कि देश की आजादी के अमृत काल में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी के आशीर्वाद और आदरणीय मोदी जी के नेतृत्व में हमारा देश और प्रदेश अपने अमृत संकल्पों को पूर्ण करने में अवश्य सफल होगा और विश्व गुरु भारत का परचम संपूर्ण विश्व में लहराएगा।
कार्यक्रम में सांसद अजय टम्टा, एससी आयोग के अध्यक्ष मुकेश कुमार, डॉ.भीमराव अम्बेडकर जनकल्याण समिति के अध्यक्ष शीशराम, एसके सेन आदि ने भी अपने अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में जिलाधिकारी युगल किशोर पंत, एसएसपी मंजूनाथ टीसी, सीडीओ विशाल मिश्रा, एसडीएम रविंद्र बिष्ट, तुषार सैनी, अध्यक्ष मण्डी समिति अध्यक्ष नंदन सिंह खड़ायत, उपाध्यक्ष किसान आयोग राजपाल सिंह,पूर्व विधायक डॉ.प्रेम सिंह राणा आदि उपस्थित थे।
कार्यक्रम के पश्चात श्री धामी ने नगला तराई स्वर्गीय धन सिंह के आवास पहुंचकर लगभग 90 वर्षीय बूढ़ी आमा नन्दा देवी का हालचाल जाना तथा आशीर्वाद लिया।
पुलिस विभाग के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उच्चीकृत आदेश कक्ष तथा उच्चीकृत परिवहन शाखा बैरेक का उदघाटन किया।