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भाकपा (माले) का 11 वां महाधिवेशन संपन्न,
हल्द्वानी विशेष संवाददाता
• भाकपा (माले) का 11 वां महाधिवेशन संपन्न, महाधिवेशन ने कामरेड दीपंकर भट्टाचार्य को पुनः भाकपा-माले महासचिव चुना!
• फासीवाद को निर्णायक शिकस्त देने के लिए व्यापक एकता का आह्वान
• व्यापक विपक्षी एकता के अंदर वामपंथी एकता की मजबूती पर जोर
• 27 राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों से करीब 17 सौ प्रतिनिधि कई चर्चित लोगों समेत करीब दर्जन भर अतिथियों ने भी किया संबोधित
• 77 सदस्यीय केन्द्रीय कमेटी चुनी गई, काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य पुनः महासचिव चुने गए
• केन्द्रीय कमेटी में कुल 13 नए चेहरे, महिला सदस्यों की संख्या में गुणात्मक बढ़ोत्तरी
• उत्तराखंड में पार्टी के राज्य सचिव कॉमरेड राजा बहुगुणा केन्द्रीय कन्ट्रोल कमीशन के अध्यक्ष चुने गए. केंद्रीय कमेटी में उत्तराखंड से कॉमरेड इन्द्रेश मैखुरी व कैलाश पांडेय को चुना गया.
भाकपा-माले का 11वां राष्ट्रीय महाधिवेशन, 15-20 फरवरी 2023, सफलतापूर्वक संपन्न हो गया. महाधिवेशन ने मजदूर-किसानों व अन्य मेहनतकश समूहों की संघर्षशील एकता के साथ खड़ा किए जाने वाले जमीनी व प्रभावी जनांदोलनों के आधार पर संघ-भाजपा व अडानी-अंबानी के कारपोरेट- सांप्रदायिक- फासीवादी नीतियों का प्रतिरोध करना, और वहीं दूसरी ओर भाजपा के खिलाफ तमाम विपक्षी दलों व संगठनों की व्यापक विपक्षी एकता के आधार पर उसे चुनावों में शिकस्त देने का आह्वान किया.” यह जानकारी भाकपा माले के नैनीताल जिला सचिव डा कैलाश पाण्डेय ने राष्ट्रीय महाधिवेशन से लौटकर जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी। उन्होंने बताया कि पूरे देश के प्रतिनिधियों के साथ ही उत्तराखण्ड से भी महाधिवेशन में 15 डेलीगेट शामिल हुए।
महाधिवेशन ने 77 सदस्यीय केन्द्रीय कमेटी जिसमें नवनिर्वाचित केन्द्रीय कंट्रोल कमीशन के अध्यक्ष का. राजा बहुगुणा भी एसोसिएट सदस्य के बतौर शामिल हैं, का चुनाव किया. इसमें 13 नए सदस्य शामिल हैं. केन्द्रीय कमेटी में 5 नई महिला सदस्यों – का. फरहद बानू , राजस्थान; का. मंजू प्रकाश, बिहार; का. इंद्राणी दत्त पश्चिम बंगाल; का. श्वेता राज दिल्ली और का. मैत्रेयी कृष्णन कर्नाटक के शामिल किए जाने के साथ ही महिलाओं का औसत बढ़कर करीब 16 प्रतिशत हो गया है.
केन्द्रीय कमेटी ने नये चेहरों में बिहार से का. सत्यदेव राम, का. कुमार परवेज, का. संदीप सौरभ, का. नवीन कुमार व का. प्रकाश कुमार; नई दिल्ली से का. नीरज कुमार, उत्तराखंड से का. इंद्रेश मैखुरी व का. कैलाश पांडेय शामिल हैं.
भाकपा-माले का यह महाधिवेशन लगभग 2 लाख सदस्यता के साथ हुआ. इसमें कुल 27 राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों से के कुल 265 जिलों से निर्वाचित व मनोनीत होकर आए थे. महाधिवेशन के प्रतिनिधित्व में महिलाओं की हिस्सेदारी भी पिछले की तुलना में बढ़कर 15 प्रतिशत रही।
भाकपा-माले का 11 वां महाधिवेशन और 15 फरवरी को गांधी मैदान में आयोजित हुई रैली ऐतिहासिक रूप से सफल रही।महाधिवेशन हर पांच साल में होने पार्टी का सबसे बड़ा आयोजन है, जिसमें आगामी पांच साल के लिए पार्टी के कार्यनीति और दिशा तय की जाती है.
पार्टी ने देश में लोकतंत्र, संविधान बचाने तथा फासीवाद के खिलाफ लड़ाई तेज करने का संकल्प लिया.
बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, कांग्रेस नेता व पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद, संसद सदस्य और विदुथलाई चिरुथिगल काची (लिबरेशन पैंथर्स पार्टी, तमिलनाडु) के नेता थोल. थिरुमावलवन आदि ने भी खुले सत्र को संबोधित किया. पत्रकार, कलाकार, इतिहासकारों आदि समाज के बौद्धिक हिस्सों के लोगों ने महाधिवेशन को शुभकामना संदेश दिये. पार्टी ने तय किया कि अलग से जेंडर जस्टिस सेल का गठन किया जायेगा, जिसमें प्रमुख सामाजिक / विधिक कार्यकर्ताओं को शामिल किया जाए.
पांच सदसीय केंद्रीय कंट्रोल कमीशन का चुनाव हुआ, जिसमें उत्तराखंड में पार्टी के राज्य सचिव कॉमरेड राजा बहुगुणा अध्यक्ष चुने गए. 76 सदसीय केंद्रीय कमेटी के लिए पूरे देश से आये लगभग 1700 प्रतिनिधियों ने मतदान किया. उत्तराखंड से कॉमरेड कैलाश पांडेय और इन्द्रेश मैखुरी को चुना गया. इस तरह राष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखंड को भाकपा( माले) ने पर्याप्त प्रतिनिधित्व दिया है.