चम्पावत 3 जनवरी । Ashok Gulati auditoring chief
चम्पावत जिले की मॉडल जिले की परिकल्पना को साकार करने हेतु जिलाधिकारी के निर्देशन में शुरू की नई पहल। जिले के मेधावी एवं गरीब छात्र-छात्राऐं जो इंजीनियरिंग व मेडिकल में जाना चाहते हैं, उनके लिए राजीव नवोदय विद्यालय में आवासीय कोचिंग की मुफ्त सुविधा शुरू हो गई है जिसमें उन्हें आवास भोजन व पुस्तकें आदि सभी सुविधाएं उपलब्ध की गई हैं। चंपावत को मॉडल जिला बनाने की मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की परिकल्पना के तहत गरीब एवं मेधावी बच्चों के डॉक्टर व इंजीनियर बनने के सपने को पंख लगाने के लिए जिलाधिकारी नरेन्द्र सिंह भंडारी की पहल पर राजीव नवोदय विद्यालय लोहाघाट में यह व्यवस्था शुरू की गई है। कोचिंग के संचालन की पूर्ण जिम्मेवारी डायट के प्राचार्य एवं मुख्य शिक्षा अधिकारी जितेंद्र सक्सेना को सौंपी गई है। डायट द्वारा ही पूरा अकादमिक का कार्य किया जाएगा । डायट द्वारा फ्री कोचिंग के लिए पूर्व में लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी । वर्तमान में लगभग 60 छात्र छात्रा कोचिंग ले रहे हैं, जबकि 100 छात्रों को कोचिंग देने का लक्ष्य रखा गया है। सुबह 9:15 से अपराह्न 4:25 बजे तक तथा सायं 5:30 से 8:00 तक कोचिंग की चार कक्षाएं संचालित की जाएंगी । कोचिंग के लिए उच्च शिक्षा प्राप्त आधा दर्जन विषय विशेषज्ञों की व्यवस्था की गई है इसके अलावा डायट के प्रवक्ता भी अपना पूरा सहयोग इसमें करेंगे।
मुख्य शिक्षा अधिकारी जितेन्द्र सक्सेना ने अवगत कराया कि कोचिंग के माध्यम से उन विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को भी लाभ मिलेगा जहां भौतिक रसायन गणित व जीव विज्ञान संकाय के प्रवक्ता ना होने के कारण उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही थी ।कोचिंग के लिए सभी आवश्यक पुस्तकें उपलब्ध की जा चुकी है ।श्री सक्सेना का कहना है कि कोचिंग ले रहे शत प्रतिशत छात्र छात्राओं को इंजीनियर व डॉक्टर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने इन सुविधाओं का पूर्ण लाभ लेने की अपील भी की है।