हल्द्वानी अशोक गुलाटी editor-in-chief कुमायूं के मुख्य द्वार के सबसे बड़े काॅलेज एमबीपीजी छात्रसंघ चुनाव में आखिरकार निर्दलीय प्रत्याशी रश्मि लमगड़िया ने बाजी मार ली। उन्होंने एबीवीपी के कौशल बिरखानी को हरा दिया। वही एनएसयूआई इस मुकाबले में कही से कही तक टक्कर लेते नहीं दिखी। गौरतलब है कि एबीवीपी की बागी रही रश्मि लमगड़िया ने दिखा दिया कि उनका टिकट काटकर एबीवीपी ने कितना बड़ा नुकसान किया। वैसे भी शुरू से ही टिकट कटने के बाद लग रहा था कि रश्मि यह मुकाबला जीत जायेगी। उन्हें मिले छात्रों के वोटों से साफ हो गया कि उनकी उपाध्यक्ष रश्मि लमगड़िया पहली पसंद है। 1294 से अधिक वोटों से जीत दर्ज की है स्मरणीय है कि हल्द्वानी की एमबीपीजी कॉलेज में इतिहास रच दिया गया कुमाऊं के सबसे बड़े बड़े डिग्री कॉलेज में पहली बार कोई छात्रा अध्यक्ष बन गई है. रश्मि लंगड़ियां ने अपने मातृ संगठन एबीवीबी द्वारा टिकट नहीं देने पर निर्दलीय ताल ठोक दी और छात्र शक्ति ने उसके इस फैसले पर मुहर लगाते हुए उसे बहुत बड़े अंतर से जीत दिला दी. रश्मि की जीत ने संगठन का गुरुर भी तोड़ दिया जो हमेशा यह सोचते थे कि वह जिसे चाहेंगे उसे अध्यक्ष बना लेंगे लेकिन इस बार छात्र-छात्राओं में बहुत बड़े संगठन के तौर पर एबीवीपी को आईना दिखा दिया.। राजनीतिक पंडित भी हैरान वआश्चर्यचकित है itihaas mein itna bada bullet fair hoga। इस बार ना मोदी लहर चली ना ही कांग्रेस की कोई भी लहर चली निर्दलीय प्रत्याशी मातृशक्ति की लहर चली लोग आश्चर्यचकित रह गए आने वाले वर्षों के चुनाव में सभी पार्टियों के लिए खतरे की घंटी है जो अच्छा कार्य करेगा वही प्रत्याशी बनेगा।