रानीखेत:बद्रीनाथ में उमड़ने वाली तीर्थ यात्रियों की भीड़ कुमायूं भेजने हेतु प्रेरित करे! डीएन बड़ोला/संदीप पाठक

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रानीखेत रानीखेत डीएन बड़ोला /संदीप पाठक l इस वर्ष बद्रीनाथ यात्रा में उमड़ी जोरदार भीड़ देखकर सरकार अब विचार कर रही है कि भीड़ को कम करने हेतु प्रतिबन्ध लगाये जाय ! यह पूर्णतया हास्यास्पद है l प्रेस क्लब, रानीखेत के अध्यक्ष डीएन बड़ोलाबड़ोला एवं देवभूमि पत्रकार यूनियन, रानीखेत के अध्यक्ष संदीप पाठक ने एक संयुक्त वक्तव्य में कहा है कि एक तरफ जहां प्रधान मंत्री मानस खण्ड माला मिशन के माध्यम से कुमायूं के मंदिरों को भव्य स्वरुप देने की बात कहते हैं, वहीं उत्तराखंड सरकार बद्रीनाथ यात्रा पर प्रतिबन्ध की बात कर रही है ! ज्ञान्तव्य हो सरकार ने कुमायूं के 8वीं शताब्दी के तीन पौराणिक मंदिरों – जागेश्वर धाम, हाट कलिका मंदिर व पाताल भुवनेश्वर गुफा मंदिर को मानस माला मंदिर मिशन में शामिल किया है ! इसके अतिरिक्त कल्यानिका डोल आश्रम, कनरा को पूर्व में ही राज्यपाल ने धाम की मान्यता देने की घोषणा की थी ! बड़ोला ने कहा कि इन चारों मंदिर को धाम की मान्यता देने के बजाय सरकार बदरीनाथ यात्रा को प्रतिबंधित करने की कैसे सोच सकती है ? सरकार कहती है 2023 में उक्त भीड़ के बहुत अधिक बढ़ने की संभावना है ! अतः उन्होंने सरकार से अपील की है अगले वर्ष की भीड़ से निपटने का सीधा साधा समाधान है कि तीर्थ यात्रियों को कुमायूं के घोषित धामों की ओर आने हेतु प्रेरित किया जाय ! सरकार इस हेतु एक विस्तृत योजना बना कर इस पर कार्य करे, जिससे कि उत्तराखंड का यह इलाका अपनी पुरानी गरिमा को धीरे धीरे खोने के बजाय फिर से उठ खड़ा हो सके ! ज्ञान्तव्य हो कुमायूं के यह धाम बारह महीने खुले रहते हैं ! नेता द्वै ने होटल व्यवसाइयों व व्यापारियों से भी अपील की है कि वह इस ओर अपनी तरफ से पहल करें तथा बद्रीनाथ- कर्णप्रयाग हाई-वे के उद्गम पर अपने-अपने होर्डिंग व साइन बोर्ड लगाकर तीर्थ यात्रियों को कुमायूं के घोषित धामों की ओर आकर्षित करने हेतु कार्य करें !

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