हल्द्वानी विशेष संवाददाता देवभूमि माया न्यूज़ पोर्टल चैनल खबर का जबरदस्त धमाका हुआ है विगत दिनों हमने काठगोदाम भीमताल मार्ग पर स्थित सुसाइड प्वाइंट पर युवा युक्तियां इस पॉइंट पर जान हथेली रखकर सेल्फी ले रही हैं मजेदार बात उसमें हो गई जब देवभूमि भूमि माया न्यूज़ पोर्टल की टीम ने कैमरा खोला तो वहां भगदड़ मच गई कोई भी युवक कुछ भी कहने से बच कर भाग रहा था हालांकि एक कैमरे के हफ्ते में आ गया और वह सफाई देने लगा कि वह तो बरेली से पर्यटक के रूप में आया हूं मैं सुसाइड पॉइंट पर नहीं गया था यह यह लोग सुसाइड पॉइंट पर गए थे वह खतरनाक स्टंट कर रहे थे और सेल्फी ले रहे थे यह ठीक नहीं है क्योंकि जरा सी भी चूक हो गई तो सीधा मौत के मुंह में चले जाएंगे गौरतलब है कि जिला प्रशासन ने मात्र खाना पूरी करने के लिए बाहर सुसाइड प्वाइंट के बाहर सुसाइड प्वाइंट के बाहर लोहे की ग्रीन लगाई हुई है कहीं भी बोर्ड लिखा हुआ नहीं है कि इस सुसाइड पॉइंट पर ना जाएं खतरनाक पॉइंट है और जो भी जाएगा उसको दंड स्वरूप राशि देनी पड़ेगी नहीं लिखा गया है जागरूक नागरिकों का कहना है कि जिला प्रशासन किसी बड़े हादसे के इंतजार में बैठा हुआ है जबकि आश्चर्यचकित बात यह है इस महत्वपूर्ण मार्ग से मंत्रियों से लेकर जिले के आला अफसर रोज गुजरते हैं और इस सेल्फी प्वाइंट में लोग सेल्फी ले रहे होते हैं और इसको
नजरअंदाज कर रहे हैं
कभी भी बहुत बड़ा हादसा हो सकता है जबकि इस सुसाइड पॉइंट से कई लोग अपनी जीवन की लीला भी समाप्त कर चुके हैं जरा सी भी चूक हुई हजारों फुट नीचे इंसान के चिथड़े उड़ जाएंगे । गौरतलब है कि हमने इसके लिए मुहिम चलाई कई बार हमने खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया पुलिस प्रशासन ने इस खबर को गंभीरता से देखते हुए संज्ञान में लिया सुसाइड प्वाइट के चारों तरफ वेरी कटिंग कर दी गई है मोटे लोहे के जाल लगाकर वर्ल्ड कर दिया गया है ताकि कोई भी मजनू सुसाइड प्वाइट पर ना जाए। ध्यान देने की बात यह है कि कई बार इस सुसाइड पॉइंट पर घटनाएं बिगड़ चुकी हैं इसके बावजूद भी मजदूर लोग इस खतरनाक सुसाइड प्वाइट पर स्टंट करने से बाज नहीं आ रहे थे। देवभूमि माया न्यूज पोर्टल चैनल नेम लगातार इस खबर को प्रकाशित किया और प्रशासन ने संज्ञान में लेते हुए सुरक्षा के कड़े कदम उठाए उधर दूसरी और जागरूक नागरिकों ने न्यूज़ पोर्टल एवं पुलिस प्रशासन को इस कार्य के लिए प्रशंसा करत है। विगत कई वर्षों से सुसाइड पॉइंट पर चला रहा यह खतना बस स्टैंड अब इतिहास के पन्नों में बंद हो गया है।